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छात्राओं की राज्य स्तरीय अंडर-19 खेलकूद प्रतियोगिता का समापन

धर्मशाला, 07 अक्टूबर (वार्ता) हिमाचल प्रदेश के शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के रैत में चार से सात अक्टूबर तक चली छात्राओं की राज्य स्तरीय अंडर-19 मेजर खेलकूद प्रतियोगिता का समापन सोमवार काे शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की उपस्थिति में हुआ।
प्रतियोगिता में हैंडबॉल, हॉकी, बास्केटबॉल और फुटबॉल की स्पर्धाओं का आयोजन किया गया। समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए श्री रोहित ठाकुर ने यहां विजेता खिलाड़ियों और टीमों को पुरस्कारों से नवाजा। समापन समारोह में मुख्य संसदीय सचिव शहरी विकास एवं शिक्षा आशीष बुटेल और उपमुख्य सचेतक व विधायक शाहपुर केवल सिंह पठानिया भी उपस्थित रहे। प्रतियोगिता में हैंडबॉल में बिलासपुर प्रथम व मंडी द्वितीय, हॉकी में सिरमौर विजेता तथा ऊना उपविजेता, बास्केटबॉल में बिलासपुर प्रथम एवं हमीरपुर द्वितीय जबकि फुटबॉल में बिलासपुर प्रथम तथा शिमला दूसरे स्थान पर रहा। बास्केटबॉल में स्पोर्ट्स हॉस्टल सरकाघाट राज्य विजेता जबकि हॉकी में स्पोर्ट्स हॉस्टल माजरा राज्य विजेता रहे।
छात्राओं की राज्य स्तरीय अंडर 19 मेजर खेलकूद प्रतियोगिता में प्रदेश के 11 जिलों व दो स्पोर्ट्स होस्टल माजरा व सरकाघाट की 634 छात्राओं ने भाग लिया। शिक्षा मंत्री ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि खेल हमारे जीवन में अनुशासन, समन्वय और खेल स्पिरिट की भावना को विकसित करते हैं। उन्होंने छात्राओं को खेलों के क्षेत्र में बढ़ चड़कर भाग लेने और प्रदेश का नाम रोशन करने की बात कही। इस दौरान स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। शिक्षा मंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए 30 हजार रुपए देने की घोषणा की।
श्री ठाकुर ने यहाँ उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से राज्य सरकार कई गंभीर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इसी के दृष्टिगत हर विधानसभा क्षेत्र में एक राजीव गांधी मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने का निर्णय सरकार ने लिया है।
उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में सरकार द्वारा जिन 17 क्षेत्रों में मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जाने प्रस्तावित हैं, उनमें से सात जिला कांगड़ा में हैं। रोहित ठाकुर ने कहा कि शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रैत को भी इसी तर्ज पर विकसित किया जाएगा। उन्होंने इसके लिए प्रारंभिक तौर पर डेढ़ करोड़ रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि रैत स्कूल के उन्नयन के लिए प्रथम चरण में यह राशि दी जा रही है। इस राशि के व्यय होने के बाद यहां और धन उपलब्ध करवाया जाएगा तथा समय के साथ कार्य को गति दी जाएगी।
श्री ठाकुर ने कहा कि पूर्व की डबल इंजन सरकार से आर्थिक तंगहाली और चौपट शिक्षा व्यवस्था हमें विरासत में मिली। उन्होंने कहा कि कुछ समय पूर्व तक शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश का नाम देश के अग्रणी राज्यों में आता था, जो अब बहुत नीचे आ गया है। उन्होंने कहा कि गंभीर बीमारी का इलाज करने के लिए कड़वी दवाई देनी पड़ती है। शिक्षा के क्षेत्र में पुनः अपना गौरवशाली स्थान हासिल करने के लिए हम एक बार फिर हिमाचल मॉडल को स्थापित करेंगे। इसके लिए हमने कुछ सख्त निर्णय लिए हैं, जिनका परिणाम आने वाले वर्षों में मिलेगा। उन्होंने कहा कि स्कूलों में छात्रों की संख्या के आधार पर स्कूलों का विलय और युक्तिकरण आज समय की माँग है और हिमाचल ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्य भी इस दिशा में काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल शिक्षा में सर्वाधिक खर्च करने वाले राज्यों में से एक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बजट का सर्वाधिक 9 हजार 900 करोड़ रुपए शिक्षा के लिए दिया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2027 तक हिमाचल प्रदेश को देश में शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में हम स्थापित करेंगे, इसके लिए सभी को मिशन मोड़ पर काम करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव शिक्षा एवं शहरी विकास आशीष बुटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में बनी प्रदेश सरकार के 20 महीने के कार्यकाल में सर्वाधिक भर्तियाँ शिक्षा विभाग में हुई हैं। उन्होंने कहा कि श्री रोहित ठाकुर के प्रयासों से प्रदेश में केवल शिक्षा विभाग में ही तीन हजार से अधिक भर्तियाँ और इतनी ही संख्या में कर्मचारियों को पदोन्नति दी गई है। उन्होंने कहा कि जितनी बैच वाइज भर्तियाँ पूर्व सरकार ने अपने पूरे कार्यकाल में शिक्षा विभाग में की थी, उससे अधिक भर्तियाँ सुक्खू सरकार ने अपने मात्र 20 महीने के कार्यकाल में की है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी प्रत्येक जिले की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए शिक्षा मंत्री स्वयं कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में बेहतर परिणाम लाने के लिए सरकार जमीनी स्तर पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रदेश के होनहार छात्रों को सरकार अपने खर्च पर एक्सपोजर के लिए विदेशों में भी भेजेगी, जिससे हमारे छात्रों के समग्र विकास में सहयोग मिलेगा।
उपमुख्य सचेतक व विधायक शाहपुर केवल सिंह पठानिया ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अपने अंतिम समय में जिला कांगड़ा के शाहपुर में भाषण दिया था तथा युवाओं और शिक्षा क्षेत्र से उनका विशेष नाता था। उन्होंने शिक्षा मंत्री से आग्रहपूर्वक शाहपुर कॉलेज का नाम राजीव गांधी के नाम पर रखने की बात कही। उन्होंने राजकीय उच्च विद्यालय भणाला का नाम भी बलिदानी वीर पवन सम्याल के नाम पर रखने का आग्रह किया। शिक्षा मंत्री ने इन प्रस्तावों को कमेटी में ले जाने और इनपर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया।
श्री पठानिया ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि वे भी इसी स्कूल से एक खिलाड़ी के रूप में निकले हैं। उन्होंने कहा कि खेल व्यक्ति को जीवन में फोकस्ड रखते हैं इसलिए खेल को हमेशा अपने जीवन का हिस्सा बनाकर रखें। उन्होंने कहा कि उनके समय में शाहपुर हल्के में केवल एक ही वृष्ठ माध्यमिक स्कूल होता था, लेकिन आज यहाँ 20 सरकारी वृष्ठ माध्यमिक स्कूल हैं, जिनमें से अधिकतम कांग्रेस सरकारों की देन हैं। आज प्रदेश की सबसे बड़ी आईटीआई शाहपुर में है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के नेतृत्व में आने वाले समय में शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेंगे।
सं.संजय
वार्ता
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