राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Nov 12 2024 5:40PM कनाडा घटना के मामले में सिखों को बदनाम करना ठीक नहीं: धामीअमृतसर 12 नवम्बर (वार्ता) शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के वार्षिक चुनाव के बाद मंगलवार को अंतरिम समिति की पहली बैठक में कई प्रमुख मुद्दों और सांप्रदायिक मामलों पर महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किये गये। एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि भारत में हवाई अड्डों पर सिख कर्मचारियों को कृपाण पहनने से रोकना सिखों की धार्मिक स्वतंत्रता पर बड़ा हमला है। उन्होंने कहा कि यह भारतीय संविधान का भी उल्लंघन है, क्योंकि सिखों को देश के भीतर हवाई यात्रा करने और अपनी धार्मिक मान्यताओं का पालन करने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी इस गंभीर मामले पर हर स्तर पर आवाज उठाने और सिखों की धार्मिक स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध है और सरकार के साथ इस मामले पर चर्चा के लिए शिरोमणि कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही भेजा जायेगा। इस प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ उपाध्यक्ष रघुजीत सिंह विरक, जूनियर उपाध्यक्ष बलदेव सिंह कल्याण, महासचिव शेर सिंह मांडवला, मुख्य सचिव कुलवंत सिंह मनहन, सचिव प्रताप सिंह एवं उप सचिव जसविंदर सिंह जस्सी शामिल होंगे।उन्होंने कहा कि पिछले दिनों सिखों द्वारा हिंदू मंदिर पर हमले को बढ़ावा देकर सिखों की छवि खराब करने की निम्न स्तरीय कोशिश और कनाडा के अंदर मतभेद और संघर्ष को ध्यान में रखते हुये एक निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय सभी धर्मों का सम्मान करता है और सिख कभी भी किसी के धार्मिक स्थल पर हमला करने के बारे में सोच भी नहीं सकते। इस घटना को लेकर कनाडा में जिस तरह से सिखों के खिलाफ नफरत फैलाई गयी, वह सामान्य के बजाय एक सोची-समझी नीति का हिस्सा लगता है। उन्होंने कहा कि एक तरफ विदेशों में सिखों की हत्याओं को लेकर सरकारों पर लग रहे आरोपों पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं जांच की बजाय जानबूझकर सिखों को बांटा जा रहा है।शिरोमणि कमेटी अध्यक्ष ने श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर पाकिस्तान के गुरुधामों के दर्शन करने जा रहे बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को वीजे नहीं देने पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी सिख तीर्थयात्रियों के लिये खुले वीजा की मांग करती है, लेकिन सरकारों ने सिख संगठन को पहले मिलने वाले वीजा में कटौती कर सिख भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि भविष्य में यह समस्या उत्पन्न न हो, इसके लिए जल्द ही शिरोमणि कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान दूतावास से इस मामले पर चर्चा के लिये भेजा जायेगा।इसके साथ ही आंतरिक समिति ने मुख्य आयुक्त गुरुद्वारा चुनाव से यह भी अपील की कि शिरोमणि समिति द्वारा बनाई जा रही मतदाता सूचियों का मसौदा प्रकाशित करते समय यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में प्रकाशित न हो। इस दौरान एडवोकेट धामी और अन्य पदाधिकारियों ने सिख इतिहास अनुसंधान बोर्ड द्वारा तैयार की गयी पुस्तक ‘सिख संघर्ष 1984 शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की भूमिका’ का भी विमोचन किया। ठाकुर.श्रवण वार्ता