राज्य » राजस्थानPosted at: Nov 13 2018 7:40PM कन्हैयालाल झंवर को लेकर दोनों दलों में खींचतानबीकानेर, 13 नवम्बर (वार्ता) राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिये बीकानेर जिले के नोखा विधानसभा के निर्दलीय कन्हैयालाल झंवर को लेकर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में आंतरिक खींचतान शुरू हो गई है। सूत्रों के मुताबिक नोखा में अच्छी पकड़ और मजबूत उम्मीदवार की पहचान बना चुके निर्दलीय कन्हैयालाल झंवर इस बार किसी राजनीतिक दल से चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसके लिये उन्होंने भाजपा से सम्पर्क किया तो बिहारी लाल विश्नोई और उनके समर्थकों के विरोध के चलते उन्हें सफलता नहीं मिली। तब विधानसभा में विपक्ष के नेता रामेश्वर लाल डूडी ने उनसे सम्पर्क किया। दरअसल श्री डूडी नोखा विधानसभा क्षेत्र का ही प्रतिनिधित्व करते हैं जहां श्री झंवर का जबर्दस्त असर है। वर्ष 2008 के चुनाव में श्री डूडी श्री झंवर से हार भी चुके हैं। पिछली बार भले ही श्री डूडी जीत गये, लेकिन उसके बाद नगरपालिका के चुनाव में श्री झंवर ने राष्ट्रवादी कांग्रस पार्टी से अपने उम्मीदवार लड़ाये और उनकी पार्टी ने सभी दलों का सूपड़ा साफ कर दिया। इस बार भी उनकी स्थिति मजबूत बताई जा रही है। दरअसल श्री झंवर श्री उूडी के लिये कड़ी चुनौती बनकर खड़े हैं। लिहाजा श्री डूडी ने अपनी राह साफ करने के लिये उन्हें कांग्रेस में शामिल करके बीकानेर पूर्व से कांग्रेस का टिकट दिलाने का आश्वासन दिया। अगर श्री झंवर नोखा से हट जायें तो जाहिर है श्री डूडी का रास्ता साफ हो जायेगा। लिहाजा श्री डूडी श्री झंवर को दिल्ली ले गये और माना जाता है कि वह उन्हें कांग्रेस में शामिल कराने और टिकट दिलाने में करीब कामयाब हो ही गये थे कि इसकी भनक कल रात ही बीकानेर में लगी तो बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के अन्य दावेदारों में असंतोष उत्पन्न हो गया। इसमें सर्वाधिक मुखर पिछले पांच वर्ष से मेहनत कर रहे श्री गोपाल गहलोत रहे जो इसी क्षेत्र से पिछली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव हार चुके हैं। श्री झंवर को बीकानेर पूर्व से टिकट दिये जाने की चर्चा मात्र से कांग्रेसी कार्यकर्ता भड़क गये। कांग्रेस नेतृत्व ने लम्बे समय से कहते आये हैं कि पैराशूट उम्मीदवार नहीं उतारे जायेंगे, लिहाजा कांग्रेसियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। श्री गहलोत के समर्थकों ने तो जबरदस्त प्रदर्शन करके सड़कों पर टायर जलाये। इसकी जानकारी रात में ही दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को मिल गई और उन्होंने फिलहाल श्री झंवर को कांग्रेस में शामिल किये बिना ही लौटा दिया है। जयपुर में भी श्री डूडी के निवास पर कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया। फिलहाल सभी दमसाधे कांग्रेस की सूची का इंतजार कर रहे हैं। उधर श्री झंवर के नजदीकियों ने बताया कि अगर झंवर को कांग्रेस से टिकट नहीं मिला तो वह नोखा से निर्दलीय ही लड़ेंगे।सुनील सैनीवार्ता