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स्वाईन फ्लू जांच के लिए सघन निरीक्षण अभियान चलाया जायेगा

जयपुर, 20 जनवरी (वार्ता) राजस्थान में स्वाईन फ्लू की प्रभावी रोकथाम के लिये सोमवार से तीन दिवसीय सघन निरीक्षण अभियान चलाया जायेगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा़ रघु शर्मा ने आज बताया कि राज्य में स्वाईन फ्लू की प्रभावी रोकथाम के लिए 21 से 24 जनवरी तक सघन निरीक्षण अभियान चलाया जायेगा जिसमें स्वाईन फ्लू की जांच की जायेगी। उन्होंने चिकित्सा विभाग के सभी चिकित्सकों एवं चिकित्साकर्मियों को निर्धारित समय पर स्वास्थ्य केन्द्रों में मौजूद रहने के निर्देश देते हुए चेतावनी दी कि बिना अनुमति अवकाश पर रहने, निर्धारित समय पर चिकित्सालय में अनुपस्थित रहने वाले चिकित्सकों एवं चिकित्साकर्मियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी। डा0 शर्मा ने स्वास्थ्य निदेशालय सहित सभी संयुक्त निदेशकों, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों तथा ब्लॉक सीएमओं को अपने क्षेत्रों में नियमित रूप से दौरे करने को कहा है।
उन्होंने राज्य में स्वाईन फ्लू की गंभीरता के मद्देनजर सभी चिकित्सकों एवं चिकित्साकर्मियों के अवकाश निरस्त करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसकी अवहेलना करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान विशेष रूप से पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों, 60 वर्ष से अधिक आयु व्यक्तियों एवं गर्भवती महिलाओं को तेज बुखार, जुकाम जैसे लक्षण प्रतीत होने पर उपचार प्रारम्भ किया जायेगा। स्वाईन फ्लू पॉजीटिव पाये जाने पर संबंधित के परिवार एवं पड़ौसियों के साथ ही उसके सम्पर्क में आये सभी व्यक्तियों की जांच करने के कार्य में विशेष तत्परता बरतने के निर्देश दिये हैं। बच्चों के पॉजीटिव मामलों में सम्बन्धित विद्यालयों में इसकी जांच कराने के निर्देश गये हैं।
डा0 शर्मा ने स्वाईन फ्लू रोगियों की जांच रिपोर्ट समय पर मिलना सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये हैं। उन्होंने बताया कि स्वाईन फ्लू की जांच प्रदेश की 12 प्रयोगशालाओं में उपलब्ध है। सभी सातों राजकीय मेडिकल कॉलेज जयपुर, अजमेर, बीकानेर, कोटा, जोधपुर, उदयपुर और झालावाड़ अस्पतालों में यह सुविधा राजकीय चिकित्सकों के परामर्श पर निःशुल्क उपलब्ध है। इनके अलावा जोधपुर के डीएमआरसी तथा चार निजी प्रयोगशालाओं में भी स्वाईन फ्लू जांच की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
डा. शर्मा ने बताया कि प्रदेश के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, जिला अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध चिकित्सा संस्थानों में स्वाईन फ्लू के उपचार के लिए आवश्यक टेमीफ्लू दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। चिकित्सकों को स्वाईन फ्लू के लक्षण प्रतीत होने पर कैटेगिरी के अनुसार तत्काल यह दवा देने के निर्देश दिये जा चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य में इस वर्ष अब तक एक हजार से अधिक स्वाईन फ्लू के मामले सामने आ चुके हैं और करीब चार दर्जन लोगों की इससे मौत हो चुकी हैं।
जोरा सुनील
वार्ता
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