राज्य » राजस्थानPosted at: Feb 1 2019 3:43PM केन्द्र सरकार का यह चुनावी बजट-अमरारामजयपुर 01 फरवरी (वार्ता) राजस्थान में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव अमराराम ने केन्द्र सरकार के अंतरिम बजट को चुनावी बजट करार देते हुए कहा है कि इसमें भी सरकार ने किसानों को निराश ही किया हैं। श्री अमराराम ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इसमें किसानों को छह हजार रुपये वार्षिक सहायता ऊंट के मुंह में जीरे के बराबर है। पिछले साढ़े चार सालों से किसान स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग करता आ रहा है जिस पर सरकार ने अपने आखिरी बजट में भी किसानों को निराश किया है। मासिक सहायता राशि में भी खेत मजदूरों और किराये पर खेती करने वाले किसानों को शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि मजदूरों को तीन हजार रुपये पेंशन की घोषणा करने से पहले केन्द्र सरकार को उन लाखों योजनाकर्मियों का भी ख्याल करना चाहिए था, जिन्हें अभी तक तीन हजार रुपये मासिक वेतन भी नहीं दिया जा रहा है। इसमें स्वास्थ्यकर्मी आशा तथा मिड-डे मील वर्कर्स शामिल हैं। न्यूनतम मजदूरी तो आंगनबाड़ी वर्कर्स समेत किसी को भी नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि करोड़ों बेरोजगारों के बारे में सरकार ने अंतरिम बजट में एक शब्द नहीं बोला बल्कि बेरोजगारी के वास्तविक आंकड़े भी सरकार बताने से डर रही है जो कि पिछले 45 वर्षों में सर्वाधिक है। उन्होंने कहा कि वेतन भोगियों को लुभाने के लिए आयकर की सीमा को ढ़ाई लाख से बढ़ाकर पांच लाख करते हुए सरकार ने केवल आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर उन्हें खुश करने की कोशिश की है। यह कदम पिछले पांच सालों में क्यों नहीं उठाया गया। श्री अमराराम ने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त जनता अब मोदी सरकार के लोक लुभावनी बातों को समझ गई है और आगामी चुनावों में इसका कोई लाभ मोदी सरकार को नहीं मिलेगा।जोरावार्ता