राज्य » राजस्थानPosted at: May 31 2019 11:22AM झुंझूनूं जिले में कई शिक्षण संस्थाओं में नहीं लगे हैं अग्निशमन यंत्रझुंझुनूं 31 मई (वार्ता) राजस्थान के झुझुनूं जिले में कई शिक्षण संस्थाओं में आपातकाल में काम आने वाले अग्निशमन यंत्र नहीं लगे हैं। हाल में गुजरात के सूरत आगजनी की घटना ने सबको झकझौर दिया, लेकिन इससे अब तक कोई सबक नहीं लिया गया और जिले में कई शिक्षण संस्थाओं में आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र नहीं लगे पाये गये है। राजस्थान के झुंझुनूं में कलेक्टर चैंबर सहित कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित अन्य सरकारी कार्यालयों में अग्निशमन यंत्रों को लेकर बनी लापरवाही के सामने आने के बाद जब शहर की संचालित सरकारी एवं निजी स्कूलों की जांच पड़ताल की गई तो यहां भी हालात जस के तस बने नजर आए। छह से सात घंटे तक हजारों की संख्या में नौनिहालों को चारदिवारी में रख ज्ञान का पाठ पढ़ाने वाले इन स्कूलों में भी हमारे नौनिहाल सुरक्षित नहीं है। जिले की अधिकतर सरकारी स्कूलों के साथ निजी स्कूलों में आगजनी जैसी आपातकालीन स्थिति में काम आने वाले अग्निशमन यंत्र नहीं लगे हुए हैं। अधिकत्तर निजी शिक्षण संस्थान बड़े बड़े ऊंचे भवनों में संचालित है, जहां हजारों की संख्या में बच्चे पढऩे आते है। आगजनी जैसी घटनाओं से निपटने के लिए इन स्कूल प्रबंधकों की ओर से विद्यालय परिसर में अग्निशमन उपकरण नहीं लगाए गए हैं। कुछ स्कूलों में यह यंत्र लगे भी है तो वह नीचे ग्राउंड फ्लोर में केवल प्रिंसीपल कार्यालयों के आस-पास लगे हैं। जबकि बच्चें ऊपर की मंजिलों में बैठकर पढ़ते हैं। इससे आपतकालीन स्थिति में तत्काल प्रभाव से ऊपर की मंजिलों तक पहुंच पाना आसान नहीं है। जिलेभर में संचालित 1462 प्रारंभिक एवं माध्यमिक स्तर की सरकारी स्कूलों की सुरक्षा भी राम भरोसे चल रही हैं। भले ही सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा प्रणाली लागू करने को लेकर सरकार दावे कर रही है लेकिन सुरक्षा को शिक्षण संस्थाएं गंभीर नहीं लगती है। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी अमर सिंह पचार का कहना है कि अधिकतर सरकारी स्कूलों में अग्निशमन यंत्र लगवाने को लेकर एक साल पहले ही नए आदेश जारी किए गए थे। जिन स्कूलों में अग्निशमन यंत्र खराब हो गए हैं, सूची मंगवाकर उनकी मरम्मत कराई जाएगी।सराफ जोरावार्ता