राज्य » राजस्थानPosted at: May 31 2019 6:45PM नंदीशाला में गबन और गौ वंश की मौत मामले की जांच के आदेशश्रीगंगानगर, 31 मई (वार्ता) श्रीगंगानगर में नगरपरिषद द्वारा संचालित नंदीशाला में दो सालों में सैंकड़ों पशुओं की भूख प्यास से मौत होने और वास्तविक गौ वंश की तुलना में दुगने पशु दिखाकर फर्जी बिलों के जरिए लाखों रूपये का गबन करने के मामले की जांच करके जुलाई से पहले रिपोर्ट पेश करने का आदेश न्यायालय ने कोतवाली थानाधिकारी दिया है। सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट श्रीकृष्ण कुक्कड़ ने बताया कि नगर परिषद ने दो करोड़ रूपये की लागत से मिर्जेवाला रोड पर नंदीशाला खोली। नंदीशाला में 1100 गौवंश शहर से पकड़ कर रखे गये। परिषद ने नंदीशाला में पशुओं की देखरेख के लिए केवल दो कर्मचारी नियुक्त किए, जिनमें से अक्सर एक कर्मचारी अवकाश पर रहा। नंदीशाला में रखे गौवंश के लिए पर्याप्त चारे पानी एवं इलाज के अभाव में 400 से अधिक गौ वंश की भूख प्यास और बीमारी से मौत हो गयी। परिषद् केअधिकारियों ने व नंदीशाला प्रभारी ने फर्जी रिकार्ड व लेखा पुस्तकें तैयार करलाखों रूपये का गबन करके खुद को गैर कानूनी तौर पर फायदा पहुंचाया। उन्होंने बताया कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अरूण गोदारा ने परिवादी श्रीकृष्ण कुक्कड़ के बयान लेकर कोतवाली थानाधिकारी को मामले की अविलम्ब जांच करके आठ जुलाई से पहले जांच रिपोर्ट अदालत में पेश करने के आदेश दिये। सेठी सुनीलवार्ता