राज्य » राजस्थानPosted at: Jun 4 2019 8:13PM दूध पर अनुदान उपलब्ध कराने से दुग्ध उत्पादकों का आत्मविश्वास बढ़ेगाअजमेर 04 जून (वार्ता) राजस्थान कॉपरेटिव डेयरी फेडरेशन की प्रबंध निदेशक डॉ. बीना प्रधान ने कहा है कि प्रदेश में दूध पर दो रुपये का अनुदान उपलब्ध कराने से दुग्ध उत्पादकों में आत्मविश्वास तो बढ़ेगा ही, साथ ही उनकी आय में भी वृद्धि होगी। डा़ बीना प्रधान आज ब्यावर रोड स्थित अजमेर डेयरी के दौरे पर थी। उन्होंने यहां कहा कि राज्य में 5000 सरस डेयरी बूथ स्थापित करने का कार्य तेजी से चल रहा है और अब तक 1097 बूथों का चयन भी कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषणा के अनुरूप दूध पर दो रुपये के अनुदान उपलब्ध कराने से दुग्ध उत्पादकों में आत्मविश्वास तो बढ़ेगा ही, साथ ही उनकी आय में भी वृद्धि होगी। उन्होंने नये डेयरी प्लांट का अवलोकन किया तथा पुराने प्लांट में हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड व अजमेर डेयरी के संयुक्त तत्वावधान में अजमेर दूध संघ के बॉयलर का भी एलपीजी ईंधन द्वारा संचालन करने का शुभारंभ किया। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अजमेर डेयरी जिस तरह से बड़े पैमाने पर काम कर रही है। ठीक उसी तरह वह आने वाले दिनों में नये कीर्तिमान स्थापित करें। इस अवसर पर अजमेर डेयरी के सदर रामचंद्र चौधरी ने बताया कि हाल ही में उच्चतम न्यायालय ने इस्तेमाल की जा रही गैस पर प्रतिबंध लगा दिया है उसके बाद से एलपीजी ईंधन के माध्यम से बॉयलर का संचालन नयी तकनीक के जरिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्लांट मार्च 2020 तक पूरा तैयार हो जाएगा जिसमें विदेशों की उच्च तकनीक वाली मशीनें भी स्थापित की जाएगी जिससे नये प्लांट में डेयरी उत्पाद तैयार हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि 252 करोड़ रुपये की लागत वाला यह प्लांट जीएसटी लगने के बाद 307 करोड़ रुपये का हो गया है। जिसके लिए केंद्र सरकार से अनुदान की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि वह कल ही दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों के साथ इस विषय में चर्चा करके लौटे हैं। आज अजमेर डेयरी संचालक मंडल की 128वीं बैठक भी संपन्न हुई जिसमें डेयरी हित में निर्णय लिए गए। सं पारीक जांगिड़वार्ता