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गुणवत्तापूर्ण सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु चिकित्सा संस्थानों का किया जाएगा कायाकल्प-शर्मा

जयपुर 12 जून (वार्ता) राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा. रघु शर्मा ने कहा कि सरकार आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के लिए संकल्पबद्ध है तथा इसके लिये चिकित्सा संस्थानों के कायाकल्प का भी हरसंभव प्रयास करेगी।
डा. शर्मा ने आज यहां कायाकल्प, गुणवत्ता आश्वासन की कार्यशाला को सम्बोधित करते हुये कहा कि रोगमुक्त राजस्थान के निर्माण के लिए हम सब को संकल्पबद्ध होकर कार्य करने की आवश्यकता है। सरकार ने प्रदेशवासियों को राइट-टू-हैल्थ देने का वादा किया था और इस दिशा में काम करना शुरू भी कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य को रोगमुक्त, एनीमिया मुक्त, नशा मुक्त कराने के व्यापक स्तर पर प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने लोगों का फीडबैक जानने के लिए‘माय अस्पताल‘के नाम से एप भी शुरू किया है, जिससे अस्पताल आने वाले हर मरीज का फीडबैक लेकर उसकी संतुष्टि का स्तर पता किया जाता है। इस एप से अब तक 171 चिकित्सा संस्थान जोड़े जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने गुजरात की एक संस्था से भी एमओयू किया है, जिसमें ‘दिल विदाउट बिल‘ के तहत एक से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए निःशुल्क इलाज हो सकेगा।
डा. शर्मा ने कार्यक्रम में राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के तहत झुंझुनू जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र - इस्लामपुर को 86.7 प्रतिशत प्राप्त करने पर पुरस्कृत किया है। इसी प्रकार जिला चित्तौड़गढ द्वारा 91 प्रतिशत, बांसवाड़ा के पीएचसी-सल्लोपाट द्वारा 87.7 प्रतिशत, जिला अस्पताल हनुमानगढ़ द्वारा 81 प्रतिशत, भीलवाड़ा की पीएचसी-सिंगोली द्वारा 92.6 प्रतिशत एवं जयपुर की यूपीएचसी-देवीनगर द्वारा 93.8 प्रतिशत अंक प्राप्त करने पर टीम को उनके बेहतरीन कार्य के लिए सम्मानित किया गया है।
कार्यशाला में केंद्रीय मिशन निदेशक एनएचएम मनोज झालानी ने कहा कि राजस्थान प्रोग्रेसिव राज्य है और पिछले सालों की तुलना में यहां स्वास्थ्य की दृष्टि से खासा सुधार हुआ है लेकिन फिर भी और अधिक सुधार की गुंजाइश है। उन्होंने कहा कि मेडिकल स्टाफ पूरी तरह प्रशिक्षित हो, आमजन के साथ अच्छा व्यवहार हो, रैफरल सुविधा मजबूत हो, सिटीजंस को एम्पावर किया जाए, पेशेंट केयर सेंटर बने, समुदाय को एंगेज किया जाए तो परिणाम और भी बेहतर आ सकते हैं।
इस अवसर पर मिशन निदेशक एनएचएम समित शर्मा ने पिछले दिनों राज्य में 56 चिकित्सा संस्थानों पर स्वयं के द्वारा किए दौरों के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान अस्पतालों में पाई खूबियों और खामियों को भी गिनाया। उन्होंने कहा कि कमियां हर जगह, हर संस्थान में होती हैं लेकिन बदलाव कभी भी कहीं से भी हो सकता है।
रामसिंह
वार्ता
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