राज्य » राजस्थानPosted at: Jun 15 2019 11:38PM प्रदूषित पानी को लेकर पंजाब सरकार से शीघ्र बात की जायेगी-डोटासराश्रीगंगानगर, 15 जून (वार्ता) राजस्थान के शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गोविन्दसिंह डोटासरा ने कहा है कि श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिलों सहित पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों मेें नहरों के जरिये पंजाब से आ रहे प्रदूषित-जहरीले पानी के मसले पर पंजाब सरकार से शीघ्र ही बात की जायेगी। गोविन्द सिंह डोटासरा ने आज दोपहर स्थानीय सर्किट हाऊस में प्रदूषित पानी की रोकथाम की मांग को लेकर नवगठित संस्था ‘दूषित जल-असुरक्षित कल’ जनजागरण समिति के संयोजक महेश पेड़ीवाल की अगुवाई में मिलने आये शिष्टमण्डल को बताया कि यह मसला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूरी तरह से संज्ञान में है। इससे पहले श्री पेड़ीवाल ने मंत्री को बताया कि अगर ऐसे जहरीले पानी की रोकथाम नहीं करवाई गई तो राजस्थान के आठ जिलों में कैंसर जैसी असाध्य बीमारियां फैल जायेंगी। उन्होंने बताया कि पंजाब का प्रदूषण नियंत्रण मंडल भी स्वीकार कर चुका है कि राजस्थान की नहरों में पंजाब से डी श्रेणी का पानी जा रहा है, जो न पीने के लायक है और न ही स्नान करने के। इस पर मंत्री डोटासरा ने कहा कि यह सारा मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में है। सरकार इसका जल्द से जल्द समाधान करेगी। उल्लेखनीय है कि हाल के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रचार रैलियों में स्वयं इस मसले का जिक्र करते हुए वायदा किया था कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से वह इस मसले को सुलझाने के लिए वार्ता करेंगे। इस बीच महेश पेड़ीवाल ने बताया कि समिति द्वारा चलाये जा रहे जनजागरण अभियान के तहत 15 जुुलाई को श्रीगंगानगर में एक विशाल प्रदर्शन की तैयारी की जा रही है। इसके एक सप्ताह बाद पंजाब में इसी मुद्दे को लेकर अभियान चला रही संस्था निरोहा के साथ संयुक्त रूप से 22 जुलाई को पटियाला में प्रदूषण नियंत्रण मंडल कार्यालय पर प्रदर्शन किया जायेगा। महेश पेड़ीवाल ने बताया कि यह मण्डल नहरों-दरियाओं का पानी प्रदूषित-जहरीला करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा।सेठी सुनीलवार्ता