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राजस्थान में आगामी दो-तीन दिन में मानसून के पहुंचने की संभावना

जयपुर 02 जुलाई (वार्ता) राजस्थान में आगामी दो-तीन दिनों में मानसून के आने की संभावना जताई जा रही है और इस बीच प्रदेश में अब तक प्री मानसून की सामान्य बारिश हो चुकी है।
मौसम विभाग के अनुसार मानसून के लिए परिस्थितियां अनुकुल बनती नजर आ रही है और वह आगामी दो-तीन दिनों में राज्य के पूर्वी हिस्से से प्रवेश कर सकता है। अमूमन मानसून प्रदेश में पन्द्रह जून एवं इसके बाद आता है लेकिन विभाग ने इससे पहले इस बार एक पखवाड़ा देरी से आने की संभावना जताई थी।
विभाग के अनुसार चार जुलाई तक एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है, जिससे कोटा, सिरोही, बांसवाड़ा, बारां, भीलवाड़ा, डूंगरपुर, झालावाड़, प्रतापगढ, उदयपुर, चित्तौड़गढ, राजसमंद एवं बूंदी जिला प्रभावित होने की संभावना है। इसके अलावा पांच जुलाई तक एक या दो स्थानों पर 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवाएं चलने एवं मेघगर्जन तथा बिजली चमकने की संभावना है। इससे जयपुर, अजमेर, अलवर, दौसा, कोटा, झुंझुनूं, सीकर सहित करीब दो दर्जन जिले प्रभावित होने की संभावना है।
जल संसाधन विभाग के मुताबिक राज्य में गत एक जून से एक जुलाई के बीच सामान्य बारिश दर्ज की गई हैं। राज्य में इस दौरान सामान्य वर्षा 58़ 08 प्रतिशत के मुकाबले 63़ 15 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है जो सामान्य से 8़ 73 प्रतिशत अधिक है, मगर सामान्य से 19 प्रतिशत अधिक बारिश सामान्य बरसात की श्रेणी में ही आती है। गत वर्ष इस दौरान 92़ 48 मिलीमीटर वर्षा हुई थी।
इस बार प्री मानसून की बारिश के कारण प्रदेश के पांच जिलों में अच्छी बारिश दर्ज की, जिसमें इस दौरान डूंगरपुर में सर्वाधिक सामान्य से नब्बे प्रतिशत अधिक वर्षा हुई। डूंगरपुर में सामान्य वर्षा 81़ 60 मिलीमीटर की तुलना में 155 मिलीमीटर बरसात रिकॉर्ड की गई। इसी तरह चित्तौड़गढ़ में 137़ 35 मिलीमीटर बारिश हुई जो सामान्य से 82़ 60 प्रतिशत, उदयपुर में 133़ 38 मिलीमीटर वर्षा हुई जो सामान्य से 73़ 7 प्रतिशत एवं बूंदी में 107़ 38 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जो सामान्य से 61़ 7 प्रतिशत अधिक है। इसके अलावा सीमांत जैसलमेर में भी इस दौरान सामान्य वर्षा 20़ 30 मिलीमीटर की जगह 35़ 29 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है जो सामान्य से 73़ 80 प्रतिशत अधिक है। इन पांचों जिलों में इस दौरान असामान्य बरसात हुई। जबकि इस दौरान राज्य के भीलवाड़ा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, बारां, बाड़मेर, दौसा, जालौर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, कोटा, सिरोही और टोंक में सामान्य से अधिक बरसात दर्ज की गई।
हालांकि प्रदेश के नौ जिलों अजमेर, अलवर, भरतपुर, चुरु, गंगानगर, हनुमानगढ, जयपुर, जोधपुर एवं सीकर में बरसात की कमी रही जबकि तीन जिलों बीकानेर, नागौर एवं पाली में अल्प वर्षा हुई। इस दौरान राज्य के बांधों के जल स्तर में करीब डेढ़ प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई और इसके साथ ही उनका जलस्तर बढ़कर 3503़40 एमक्यूएम पहुंच गया। राज्य के छोटे बड़े कुल 810 बांधों में अभी 665 बांध खाली है तथा 114 बांध आंशिक रुप से भरे है जबकि उदयपुर जिले का सोम पिकअप वियर बांध पूरी तरह भर चुका है।
जोरा
वार्ता
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