राज्य » राजस्थानPosted at: Jul 12 2019 6:04PM आत्मदाह करने वाले युवक की मौत से तनावझुंझुनू, 12 जुलाई (वार्ता) राजस्थान में झुंझुनू जिले के उदयपुरवाटी क्षेत्र के गुड़ा में अतिक्रमण हटाने के विरोध में पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह करने वाले बाबूलाल सैनी की गुरुवार शाम को इलाज के दौरान जयपुर के एसएमएस अस्पताल में मौत हो गई। जयपुर सवाई मानसिंह अस्पताल के शवगृह के सामने परिवार जनों के साथ समाज के विभिन्न लोग धरने पर बैठे हैं। उन्होंने शव लेने से इन्कार करते हुए कहा कि पीड़ित को न्याय नहीं मिलेगा वे तब तक शव नहीं लेंगे। धरने में पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी, पूर्व प्रधान भगवानाराम सैनी, मूलचंद सैनी पूर्व सरपंच, एड. प्रमोद पोंख, फूलचंद पूर्व सरपंच, पूर्व सरपंच महिपाल सिंह, राकेश कम्मा, नरेश सैनी, एवं सैंकड़ों लोग उपस्थित हैं। उधर सैनी के परिजन उदयपुरवाटी एसडीएम कार्यालय के बाहर वन विभाग के अधिकारी एवं स्थानीय विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। परिजनों का कहना है कि मृतक बाबूलाल सैनी के परिजनों को उचित मुआवजा सरकारी नौकरी और भूखंड आवंटित किया जाए। उदयपुरवाटी क्षेत्र के गुड़ा की घटना के बाद भी किसी प्रकार का संज्ञान नहीं लेने पर बाबूलाल सैनी का शव लेने से परिजनों ने इन्कार कर दिया हैं। सैनी की मौत के बाद बढ़ते तनाव के चलते उदयपुरवाटी पूरी तरह छावनी में तब्दील हो गया है। कानून व्यवस्था के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेश कुमार मीणा, नवलगढ़ डीएसपी रामचंद्र मूड सहित जिले के कई पुलिस अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ तैनात हैं। धरनास्थल पर कांग्रेस नेता रविन्द्र भड़ाना, सैनी समाज तहसील अध्यक्ष यतेंद्र सैनी, सरपंच फोरम के पूर्व जिलाध्यक्ष विजयपाल भाटीवार्ड, पंचायत समिति सदस्य राकेश कस्वा, पार्षद अजय तसिड, सीओसी जिला संयोजक नितेश सैनी, मुकेश सैनी, पवन सैनी आदि सेंकड़ों लोग मौजूद हैं। सर्राफ सुनीलवार्ता