राज्य » राजस्थानPosted at: Jul 26 2019 4:05PM राजस्थान में कई जगहों पर नहीं हो रहा पोषाहार वितरण-भूपेशजयपुर, 26 जुलाई (वार्ता) राजस्थान महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ममता भूपेश ने आज विधानसभा में बताया कि स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) नहीं बनने के कारण राज्य में कई आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषाहार वितरण का काम नहीं हो रहा लेकिन नागौर जिले में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषाहार वितरण में भ्रष्टाचार की जांच में दोषी पाये गये अधिकारी एवं कर्मचारियों को निलम्बित किया गया है। श्रीमती ममता भूपेश ने प्रश्नकाल में विधायक रुपाराम के मूल एवं पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए बताया कि आने वाले समय में एसएचजी के लोगों को पूरा भरोसा दिलाया जाएगा और स्वयं सहायता समूह बनाकर पूरक पोषाहार वितरण का काम सुचारू रूप से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नागौर जिले में लगभग सभी परियोजनाओं के तहत पोषाहार सुचारू रूप से वितरित किया जा रहा है। मकराना के अंदर कुछ समस्या आ रही है जहां करीब अस्सी केन्द्रों पर पिछले एक वर्ष से पूरक पोषाहार वितरण नहीं हो रहा। विभाग प्रयासरत है कि वहां पर शीघ्र एसएचजी बने और पूरक पोषाहार का वितरण शुरू किया जाए। उन्होंने बताया कि जब नागौर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जांच की तो सभी एसएचजी के अंदर एक भय व्याप्त हो गया। वहां पर एसएचजी नहीं बनने की वजह से कुछ स्थानों पर पोषाहार वितरण में समस्या आ रही है। यह समस्या नागौर जिले में तो आ रही है, इसके साथ ही प्रदेश के कई हिस्सों में भी यह समस्या आ रही है। उन्होंने बताया कि नागौर जिले में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषाहार वितरण में भ्रष्टाचार की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा की गई थी। जिन कर्मचारियों और अधिकारियों को प्रथम रिपोर्ट में दोषी माना गया, उनको निलंबित किया गया एवं उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई। इसकी जांच ब्यूरो के द्वारा की जा रही है। ब्यूरो अपनी जांच पूरी करने के बाद विभाग बिना कोताही बरते कार्रवाई करेगा। जोरावार्ता