राज्य » राजस्थानPosted at: Sep 27 2019 9:08PM विश्व पर्यटन दिवस पर देशी रंग बिखेरे विदेशी सैलानियों नेजैसलमेर, 27 सितम्बर (वार्ता) राजस्थान में जैसलमेर की तंग गलियों में सैकड़ों देशी-विदेशी पावणों का शहरवासियों ने पलक-पावड़े बिछाकर स्वागत किया, यहां की अनूठी स्वागत परम्परा, साम्प्रदायकि सौहार्द और बहुरंगी संस्कृति देखकर विदेशी पर्यटक अभिभूत हो गए। ऐसा ही नजारा ऐतिहासिक सोनार किले की प्राचीर और हवेलियों में आज विश्व पर्यटन दिवस के जश्न के दौरान देखने को मिला। सुबह आठ बजे से ही हवेलियों के आसपास देशी-विदेशी पर्यटक एकत्रित होने लगे। हवेलियों की सूक्ष्म नक्काशी देखकर वे खुद को रोक नहीं पाए और अपने कैमरों में इन दृश्यों को कैद करने की होड़ सी देखने को मिली। कमायचा, खड़ताल और नड़ वादक के कलाकारों ने जब स्वर लहरियां बिखेरनी शुरू की तो देशी-विदेशी पर्यटकों ने जमकर ठुमके लगाए। नगाड़ों और चंग की थाप पर थिरकते लोगों का कारवां आगे बढ़ा। पर्यटन विभाग और स्थानीय लोगों ने विश्व पर्यटन दिवस पर आये पर्यटकों का पुष्पवर्षा करके स्वागत किया। शहर के अंदरूनी भाग में बच्चों ने विदेशी मेहमानों को देखकर 'हैलो, हाउ आर यू' से अभिवादन किया तो विदेशी पर्यटकों ने प्रत्युत्तर में 'नमस्कार', 'पगेलागूं सा' और 'खम्मा घणी सा' कहा। सजे-संवेरे ऊंटों और ढोल की थाप के बीच मोहता चौक पहुंचे पर्यटकों को यहां की पाटा संस्कृति से रूबरू कराया तो कुछ मांगणियार लोक कलाकारों ने रावणहत्थे की लय के साथ 'केसरिया बालम' गीत सुनाई। पर्यटन दिवस पर आये देशी विदेशी सैलानी स्थानीय पारम्परिक राजस्थानी वेशभूषा में नजर आए तथा नगाड़ों की थाप पर कई स्थानों पर उन्होंने ठुमके लगाए। भाटी सुनीलवार्ता