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टोल टैक्स लगाने का फैसला पूरी सरकार का है-गहलोत

जयपुर, 01 नवम्बर (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राज्य में टोल टैक्स पुन: लगाने का फैसला किसी व्यक्ति विशेष का नहीं है अपितु पूरी सरकार का है।
श्री गहलोत ने आज नयी दिल्ली में पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि यह उचित फैसला है। फैसला न मुख्यमंत्री का होता है, न उप मुख्यमंत्री और न ही किसी अन्य मंत्री का। यह मंत्रिमंडल और सरकार का फैसला है। यह जनहित में बिलकूल सही फैसला है। समझदार लोग इसका स्वागत करेंगे। सभी को स्वागत करना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बिना सोचे समझे बिना और इसका अंजाम जाने बिना चुनाव जीतने के लिये टोल टैक्स हटाने की घोषणा कर दी। अब उनसे पूछो कि 54 जगह टोल टैक्स लगते हैं। जिन को ठेका दिया, जिनसे लिखित में करार किया कि कौन-कौन से वाहन निकलेंगे। अचानक निर्णय कर लिया। वे लोग अब न्यायालय में जा रहे हैं, सरकार के खिलाफ दावे कर रहे है। समझौता के तहत बगैर उनसे बात किए कैसे एकतरफा फैसला कर सकते हैं।
श्री गहलोत ने कहा कि टोल टैक्स हटाने से 850 करोड़ रुपये का जो नुकसान हुआ है, वह सरकार से ही वसूला जायेगा। भविष्य में सरकार यह नुकसान सहने की स्थिति में नहीं होती। अभी करीब एक वर्ष बीता है उसका जवाब सरकार को देना पड़ेगा। उनका जो टोल वसूल करने का समय है वह बढ़ाना पड़ेगा या कुछ भी बात करनी पड़ेगी जिससे कि यह मामला सुलझ जाए। लिहाजा यही वह बिंदु है जहां सभी को सहयोग करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव की प्रक्रिया शुरु होने के बाद यह फैसला किया गया है जो सोच समझकर जनता के हित में किया है। जनहित पहले है। चुनाव में कई बार जीतते हैं, कई बार कामयाब नहीं हो पाते। इसकी चिंता करेंगे तो जनहित के कार्य नहीं होंगे। सड़कें टूटी-फूटी रहेंगी, सड़कों का रखरखाव भी उनको ही करना है जो टोल टैक्स वसूल कर रहे हैं। उन पर शर्तें लागू हैं कि टोल टैक्स वसूल करने के साथ ही सड़कों का सुदृढ़ीकरण, सड़कों की मरम्मत का काम करेंगे। राजस्थान में सड़कों की दुर्दशा हो रही है। त्राहि-त्राहि मची हुई है। टोल टैक्स वाली सड़कें समझौते के आधार पर बनाई गयीं थी। टोल के आधार पर योजना बनाकर व्यवहारिक रूप से इसे लागू किया गया था।
श्री गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के इस आरोप पर कि वह पहलू खान को ब्रांड एंबेसडर बनाने की बात कह रहे हैं के जवाब में कहा कि जिस पहलू खान को उच्च न्यायालय ने बरी कर दिया हो, वह पिछली सरकार पर तमाचा है। उन्होंने षड्यंत्र करके निर्दोष लोगों को फंसाया। उन्होंने कहा कि पहलू खान पूरे मुल्क में हर मॉब लिंचिंग के समय याद आएगा, ऐसी ऐसी घटनाएं देश में होती हैं, अगर ब्रांड एंबेसडर के रूप में वह जाना जाता भी है तो यह अच्छी बात है। इससे अगर उससे मॉब लिंचिंग रूकती है मुझे खुशी होगी। पहलू खान को मैं नहीं पूरा देश, पूरा मीडिया एंबेसेडर बनाकर ही चले उससे तकलीफ क्या है।
सुनील
वार्ता
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