राज्य » राजस्थानPosted at: Mar 24 2020 11:25PM संकट की इस घड़ी में सभी जनप्रतिनिधि जरूरतमंदों की मदद करें-गहलोतजयपुर, 24 मार्च (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी राजनीतिक दलों के सभी जनप्रतिनिधियों से वैश्विक महामारी से उत्पन्न संकट की इस घड़ी में गरीब, बेसहारा एवं असहाय लोगों की मदद करने का अनुरोध किया है। श्री गहलोत ने आज मुख्यमंत्री निवास पर उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सभी सांसदों, विधायकों, नगरीय निकाय प्रमुखों, जिला प्रमुखों, प्रधानों, जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्यों, पार्षदों एवं वार्ड पंचों से लेकर सरपंचों को मदद के लिये आगे आना चाहिए। उन्होंन कहा कि गैर सरकारी संगठन, स्वयंसेवी संस्थाओं, एवं राज्य स्तर से लेकर स्थानीय स्तर के सामाजिक संगठनों के साथ ही पटवारी, ग्रामसेवक, तहसीलदार, बीडीओ, एसडीओ एवं पुलिस के बीट कान्स्टेबल का आह्वान किया कि वे कच्ची बस्तियों में रहने वाले गरीबों, कचरा बीनने वालों, रिक्शा चालकों, निराश्रित एवं घुमंतु लोगों सहित किसी भी भूखे व्यक्ति तक भोजन एवं राशन पहुंचाने के लिए आगे बढ़कर जिम्मेदारी लें। उन्होंने भोजन और राशन के पैकेट जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए अभी उपलब्ध संसाधनों के साथ ही सांसद एवं विधायक कोष का भी उपयोग करने को कहा। श्री गहलोत ने कहा कि पूरे देश में अगले 21 दिन तक लॉकडाउन रहेगा जिसका राज्य के गरीब एवं असहाय लोगों पर सर्वाधिक प्रभाव पड़ेगा। संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी का पूरी तरह निर्वहन करते हुए किसी भी व्यक्ति को भूखा नहीं सोने देगी। श्री गहलोत ने कहा कि राज्य में राज्यस्तरीय वॉररूम जयपुर में स्थापित किया जा चुका है, जहां से लॉकडाउन के दौरान जरूरत की वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति पर प्रमुख शासन सचिव सूचना प्रौद्योगिकी के निर्देशन में पूरी निगरानी रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर भी एडीएम की निगरानी में वॉर रूम बनाए गए हैं जहां जिला प्रशासन के साथ-साथ पुलिस के अधिकारी एवं कर्मचारी 24 घंटे तैनात रहेंगे। सुनीलवार्ता