Saturday, Apr 20 2024 | Time 17:41 Hrs(IST)
image
राज्य » राजस्थान


विधायकों के खिलाफ षडयंत्र का पर्दाफाश-पूनियां

जयपुर, 04 अगस्त (वार्ता) राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर विधायकों के खिलाफ रचे गये षड्यंत्र का पर्दाफाश हो चुका है, जनता को अब राज्य सरकार पर बिल्कुल भरोसा नहीं रहा।
डाॅ. पूनियां ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि हमने बहुत पहले ही कहा था कि 124ए राजद्रोह का मामला है, अंग्रेजों के समय 1870 में यह कानून था, जो महात्मा गांधी के खिलाफ अंग्रेजों ने लगाया था और यही कानून एक पत्रिका में लेख लिखने पर लोकमान्य बालगंगाधर तिलक पर लगाया था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में विग्रह और सरकार की अस्थिरता यह राजद्रोह कैसे हो सकता है। अब राजद्रोह का मामला वापस लेने से यह स्पष्ट हो गया कि सरकार इस मामले में गलत थी। राजद्रोह के मामले को वापस लेना सरकार की नैतिक हार है। इससे सरकार द्वारा किये जा रहे षडयंत्र का भी खुलासा हो गया है।
डा़ पूनिया ने कहा कि राज्य सरकार पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर एसओसी और एसीबी के भय से निर्दलीय एवं छोटे दलों के विधायकों को डराना चाहती थी। इस बात से साबित हो गया कि मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए एसओजी, एसीबी और राजस्थान पुलिस को औजार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार के पास बहुमत होता, तो पहले दिन ही परेड हो चुकी होती, यह सामान्य सी परम्परा है। जो विधायक सरकार के साथ हैं उन पर भी मुख्यमंत्री को विश्वास नहीं है, हर विधायक पर पुलिस का कड़ा पहरा बिठा रखा है। उनके संवाद पर पाबंदी लगा दी गई है। मुझे समाचार माध्यमों से पता चला कि जैसलमेर के जिस होटल में विधायकों को ठहराया गया है, वे विधायक एक दूसरे के कमरे में नहीं जा सकते, एक दूसरे से बातचीत नहीं कर सकते।
डा़ पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री बात लोकतंत्र की करते हैं, लेकिन तानाशाही रवैया अपनाते हुए विधायकों पर पुलिस का पहरा बिठा रखा है। खुद मुख्यमंत्री गहलोत ने स्वीकार किया कि रक्षाबंधन के दिन विधायक और वे खुद अपने-अपने घर जा नहीं पाये, ऐसी कौनसी मजबूरी रही इस बारे में मुख्यमंत्री खुद ही जाहिर करें। उन्होंने विधायकों को लेकर कहा कि जैसलमेर के आगे अब ज्यादा कहीं जाने की गुंजाइश नहीं है, बहुमत का दम भरते-भरते सरकार बाड़े में खुद बन्धक हो गई, इसको सबने देखा है और राजस्थान के लिए यह पीड़ादायक है।
सुनील
वार्ता
image