राज्य » राजस्थानPosted at: Sep 2 2020 7:08PM राज्य सरकार कोविड़-19 के उपचार के लिए संसाधनों की कोई कमी नही रख रही है-गहलोतजयपुर 02 सितंबर (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार कोविड़-19 के उपचार एवं संक्रमण की रोकथाम के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं रख रही है। श्री गहलोत आज मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संभागीय आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, जिला कलक्टरों-पुलिस अधीक्षकों, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्यों एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ कोरोना नियंत्रण की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने जिलों में कोरोना संक्रमण की स्थिति, रोकथाम, उपचार, दवाओं की उपलब्धता, कोविड़ केयर सेंटरों की स्थिति, प्लाज्मा थैरेपी एवं जागरूकता अभियान को लेकर गहन समीक्षा की। श्री गहलोत ने कहा कि जिला अस्पतालों के साथ-साथ सीएचसी और पीएचसी पर चिकित्सा सुविधाओं के साथ-साथ दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे। श्री गहलोत ने कहा कि कोविड केयर सेंटरों में भर्ती मरीजों के उपचार एवं उनसे संबंधित जानकारी परिजनों को आसानी से मिल सके। साथ ही उपचार एवं अन्य व्यवस्थाओं को लेकर परिजनों को भटकना नहीं पड़़े। इसके लिए हर सेंटर पर अनिवार्य रूप से हैल्प ड़ेस्क की व्यवस्था हो। जिन सेंटरों पर यह व्यवस्था पहले से है, वहां उसे और सुदृढ़ बनाया जाए। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा थैरेपी से गंभीर रोगियों का जीवन बचाने में मदद मिल रही है। इसके बेहतर परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि रक्तदान को लेकर आमजन में जो जागरूकता आई है उसी तरह स्वस्थ हुए कोविड़ रोगियों को प्लाज्मा दान करने के लिए प्रेरित करें। इसके लिए पूरे प्रदेश में अभियान चलाएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से प्रदेश में कोरोना का बेहतर प्रबंधन हो रहा है। इसके चलते मृत्यु दर विगत दो माह से एक प्रतिशत से भी कम रही है। लेकिन संक्रमितों की संख्या बढ़ी है। ऎसे में भावी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए ऑक्सीजन बैड एवं आईसीयू बैड की संख्या बढ़ाने के काम को प्राथमिकता दी जाए। इसके लिए निजी अस्पतालों का भी सहयोग लें। श्री गहलोत ने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त संख्या में टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध है। चिकित्सा अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि लोगों को टेस्ट रिपोर्ट की सूचना जल्द से जल्द मिले, ताकि पॉजीटिव रोगी को तुरंत आइसोलेट किया जा सके और संक्रमण फैलने का खतरा न रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि संभागीय आयुक्त, जिला कलक्टर एवं सीएमएचओ अपने-अपने क्षेत्राधिकार में आने वाले कोविड केयर सेंटर एवं अन्य अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करें। उनमें पाई जाने वाली कमियों को तुरंत प्रभाव से दूर कराएं। कोई भी शिकायत प्राप्त हो तो उसका गंभीरता के साथ समाधान करें। रामसिंहवार्ता