Saturday, Apr 20 2024 | Time 16:51 Hrs(IST)
image
राज्य » राजस्थान


राज्य में कोरोना का सामुदायिक प्रसार होना गंभीर चिंता का विषय - राठौड़

जयपुर, 05 सितम्बर (वार्ता) राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि राज्य में पिछले पखवाड़े से कोरोना के संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या से प्रमाणित हो गया है कि राज्य में वैश्विक महामारी कोरोना का सामुदायिक प्रसार हो चुका है, जो गंभीर चिंता का विषय है।
श्री राठौड़ ने आज जारी बयान में कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 90 हजार को छू रही है। वहीं प्रतिदिन 15 हजार से ज्यादा एक्टिव मामले निरतंर आ रहे हैं। चिकित्सा विभाग द्वारा जारी इलाज के प्रोटोकाॅल के अनुसार कोरोना संक्रमित एक्टिव मामलों को 14 दिन चिकित्सालय में आइसोलेशन होना आवश्यक है। मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या के कारण अब सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों में कोरोना मरीजों के लिए बेड कम पड़ने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हाल ही में निजी चिकित्सालयों में कोरोना के मरीजों के प्रतिदिन उपचार के लिये पांच हजार से लेकर नौ हजार रुपये निर्धारित की है, जो आमव्यक्ति के बूते से बाहर है। श्री राठौड़ ने कहा कि राज्य में कोरोना के लिए चिन्हित राजकीय एवं निजी चिकित्सालयों में संसाधनों और स्टाफ की कमी के चलते हालात निरंतर बिगड़ रहे हैं और कोरोना संक्रमित मरीजों को पर्याप्त इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है, लिहाजा चिकित्सालयों में मानव संसाधनों की कमी दूर करने के लिये चिकित्साकर्मियों आपात भर्ती करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कोरोना के सामुदायिक प्रसार के कारण 15 हजार से से ज्यादा ऐसे संक्रमित रोगी हैं जिनके संक्रमण का अब तक मालूम नहीं हो सका। ऐसी चिंताजनक स्थिति को देखते हुए सरकार को हर जिले में कोरोना की वस्तुस्थिति पर श्वेत पत्र जारी करने के साथ ही सर्वदलीय बैठक बुलाकर बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए नये सिरे से कार्यकारी योजना बनानी चाहिए।
सुनील
वार्ता
image