राज्य » राजस्थानPosted at: Nov 23 2020 4:57PM सिंचाई पानी के लिए किसानों का धरना-प्रदर्शन जारीश्रीगंगानगर, 23 नवंबर (वार्ता) राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले में इंदिरा गांधी नहर परियोजना के प्रथम चरण क्षेत्र की नहरों में पर्याप्त मात्रा में पानी दिए जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत किसानों द्वारा आज अनूपगढ़ उपखंडक्षेत्र के गांव बांडा में पुलिस चौकी के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया गया। इसकी अगुवाई माकपा के पूर्व विधायक पवन दुग्गल तथा सरपंचों ने की। प्रदर्शन के दौरान बांडा पहुंचे जल संसाधन विभाग के श्रीविजयनगर अधिशासी अभियंता से किसान प्रतिनिधियों की दो दौर की वार्ता हुई जो विफल रही। सिंचाई अधिकारियों ने ज्यादा पानी देने में असमर्थता व्यक्त कर दी। उन्होंने कहा कि बांधों में पर्याप्त पानी नहीं है। प्रथम चरण क्षेत्र की नहरों को तीन समूहों में बांटकर एक समूह की नहरों को ही पानी दिया जाएगा। किसानों द्वारा मांग की जा रही है कि नहरों को चार समूहों में बांटकर दो समूहों में पानी दिया जाए ताकि किसान सरसों और गेहूं की बिजाई कर सकें। सिंचाई अधिकारियों ने कहा कि यह पानी की उपलब्धता को देखते हुए संभव नहीं है। इस पर वार्ता विफल हो गई। पूर्व विधायक पवन दुग्गल ने बताया कि अब 15 दिसंबर को अनूपगढ़ में एसडीएम कार्यालय का घेराव किया दुग्गल ने बताया कि इस बार जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने पहले ही किसानों को कह दिया था कि गेहूं कीबिजाई नहीं करें। गेहूं को ज्यादा पानी की जरूरत रहती है। पानी इस बार काफी कम है। अब जल संसाधन विभाग ने इंदिरा गांधी नहर परियोजना की प्रथम चरण की नहरों का रेगुलेशन भी इस हिसाब से तय किया है कि सरसों की बिजाई के लिए भी पूरा पानी नहीं मिल पा रहा। नवंबर जाने वाला है। सिर्फ एक बारी का पानी मिल पाया है जबकि कम से कम दो बारी का पानी मिलने से ही सरसों की बिजाई हो सकती है। दिसंबर में भी दो बारी के पानी की जरूरत है। मगर रेगुलेशन के मुताबिक एक बारी ही पानी की मिल पाएगी। प्रथम चरण क्षेत्र में किसानों को अब भी अगर जल संसाधनविभाग पानी उपलब्ध करवाया जाए तो गेहूं की पछेती किस्मों की बिजाई कर सकते हैं। मगर आज की वार्ता में अधिकारियों ने इसका कोई आश्वासन नहीं दिया। सेठी सुनीलवार्ता