राज्य » राजस्थानPosted at: Feb 8 2021 6:24PM अलवर में विपक्षी पार्षदों ने सभापति का पुतला फूंकाअलवर, 08 फरवरी (वार्ता) राजस्थान में अलवर नगर परिषद के सत्ता पक्ष और विपक्ष के पार्षदों ने आज कॉन्ग्रेस की सभापति बीना गुप्ता एवं नगर परिषद आयुक्त सोहन सिंह नरूका का पुतला फूंका। पार्षदों का आरोप है कि 14 महीने बीत जाने के बाद भी नगर परिषद में कोई काम नहीं हो रहे हैं और जनता परेशान हो रही है। कांग्रेस के पार्षद विक्रम यादव ने बताया कि नगर परिषद के बोर्ड को गठित हुए 14 महीने से अधिक हो गए हैं, लेकिन अब तक कोई कार्य अलवर शहर में विकास के नाम पर नहीं हुए हैं। टेंडर प्रक्रिया में भी धांधली हो रही है। अधिकारी कोई सुनवाई नहीं करते। उधर पार्षद अजय पुनिया ने बताया कि नगर परिषद के हालात बदतर हुए जा रहे हैं कोई भी अधिकारी सुनने को नहीं है। सरकार ने जो नगर परिषद आयुक्त लगाया है वह बिल्कुल अकर्मण्यता का परिचयक है। उन्होंने बताया कि नगर परिषद आयुक्त अपने चेंबर में कम और नगर परिषद चेयरमैन के घर पर ही ड्यूटी देता है। सभी फाइलें नगर परिषद चेयरमैन के घर पहुंचते हैं और यहां जनता परेशान होती है। जनता के कोई कार्य नहीं हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले तो नगर परिषद सभापति कोरोना का रोना रो रही थी, लेकिन कोरोना जब खत्म हो गया है तो ऐसी स्थिति में विकास कार्य क्यों नहीं कराए जा रहे। उन्होंने नगर परिषद सभापति बीना गुप्ता पर भ्रष्टाचार की देवी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि वर्ष 1994 से लेकर अब तक इस बोर्ड ने सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड कायम किए हैं बिना पैसे की कोई काम नहीं होती उन्होंने बताया कि 17 साल से मैं खुद नगर परिषद से जुड़ा हुआ हूं, लेकिन पहली बार देख रहा हूं कि एक तरफ कांग्रेस विकास की बात करती है, लेकिन इस भ्रष्टाचार की देवी को हटाने में कांग्रेस क्यों सक्षम नहीं हो रही। उन्होंने बताया कि अलवर शहर में जबरदस्त अतिक्रमण चल रहे हैं अवैध रूप से भवन बनाए जा रहे हैं। उनकी उगाही करने सभापति के एजेंट पहुंच जाते हैं। इस संबंध में आयुक्त को भी कई बार लिखित में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी। अगर अतिक्रमण करके जो निर्माण हो रहे हैं, उन पर कार्रवाई हो तो करीब चार करोड़ रुपए महीने की आय हो। इसी को लेकर सभी पार्षदों ने चेयरमैन और नगर परिषद आयुक्त का पुतला फूंका।जैन सुनीलवार्ता