राज्य » राजस्थानPosted at: Feb 18 2021 6:26PM सड़क दुर्घटना रोकने के लिए होगा वैज्ञानिक विश्लेषणजयपुर, 18 फरवरी (वार्ता) राजस्थान में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों की जानकारी जुटाने के साथ सटीक निगरानी और विश्लेषण करना अब आसान होगा। प्रदेश के परिवहन सचिव एवं आयुक्त रवि जैन ने बताया कि इसके लिए केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने ’इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस’ (आईआरएडी) योजना लागू की है। इसके प्रथम चरण में राजस्थान सहित देश के सिर्फ छह राज्यों को शामिल किया गया है। इसकी शुरूआत गत 15 फरवरी से हो गई है। उन्होंने बताया कि योजना के प्रथम चरण में राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, अजमेर और अलवर जिलों को शामिल किया गया है। इसके बाद 15 मार्च 2021 से प्रदेश के सभी जिलों में यह योजना शुरू की जायेंगी। इस योजना से सरकार को दुर्घटनाओं के कारण समझने को मिलेंगे, जिससे जल्द उनका समाधान भी किया जा सकेगा। योजना तहत संबंधित जिले के हर पुलिस थाने से दो पुलिसकर्मी नियुक्त किये गए है। वे अपने पुलिस थाना क्षेत्र में दुर्घटना स्थल पर जाकर कारणों का पता लगाएंगे। इसके बाद ’आईआरएडी’ मोबाइल एप्लीकेशन पर डेटा अपलोड करेंगे। इस डेटा से दुर्घटना की एक आईडी भी जनरेट होगी। उस आईडी पर ही परिवहन विभाग, स्वास्थ्य और सड़क निर्माण विभाग के कर्मचारी अपनी रिपोर्ट दर्ज करेंगे। रामसिंहवार्ता