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किसी भी राजनीतिक दल को किसान आंदोलन भुनाने नहीं किया जाएगा: राजेवाल

श्रीगंगानगर, 08 मार्च (वार्ता) संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य किसान नेता बलबीरसिंह राजेवाल ने कहा है कि किसान आंदोलन का लाभ उठाने का राजनीतिक दल प्रयास कर रहे हैं लेकिन किसी भी राजनीतिक दल को किसान आंदोलन को भुनाने नहीं दिया जाएगा।
श्री राजेवाल ने आज यहां पत्रकरों से बातचीत में कहा कि किसान आंदोलन के तहत देशभर में किसान महापंचायतों का सिलसिला चल रहा है। ऐसे में संयुक्त किसान मोर्चा के देखने में आया है कि कुछ राज्यों में राजनीतिक दल अथवा नेता आंदोलन के नाम पर अपने राजनीतिक फायदे के लिए किसान महापंचायतें करने लगे हैं। मोर्चा ने इसका पूरा नोटिस लिया है। इसे रोकने के लिए मोर्चा द्वारा एक निगरानी व्यवस्था की जा रही है।
उन्होंने कहा कि मोर्चा अपील कर रहा है कि कोई राजनीतिक दल अथवा नेता किसान आंदोलन के नाम पर अपने फायदे के लिए महापंचायत करता है तो किसान उससे दूर ही रहे। पिछले 74 वर्षों में किसी भी राजनीतिक दल ने किसानों का कोई भला नहीं किया। यह राजनीतिक दल आगे भी भला नहीं कर सकते। किसानों को अपनी लड़ाई खुद ही लड़नी होगी।
श्री राजेवाल ने कहा कि मोर्चा ऐसी व्यवस्था करने जा रहा है कि किसी भी राजनीतिक दल को किसान आंदोलन अपने पक्ष में भुनाने नहीं दिया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विशुद्ध गैर राजनीतिक होने के कारण ही किसान आंदोलन पूरी ताकत और मजबूती के साथ लड़ा जा रहा है। राजनीतिक दलों को दूर रखने के कारण ही हमारी ताकत बनी हुई है। देश के 21 राज्यों में आंदोलन का फैलाव हो गया है। बाकी राज्यों में भी इसका फैलाव किया जा रहा है। संयुक्त मोर्चा के सदस्य उन्हीं महापंचायतों में जा रहे हैं जो गैर राजनीतिक किसान संगठन द्वारा आयोजित की जाती हैं। उन्होंने कहा कि लगभग सभी राजनीतिक दल अंदर खाने चाहते हैं कि यह किसान आंदोलन विफल हो जाए। इन दोनों को लगता है कि अगर किसान आंदोलन सफल हो गया तो उनके द्वारा किसानों के नाम पर की जाने वाली राजनीति हमेशा के लिए बंद हो जाएगी। किसानों को भी यह बात समझ में आ गई है कि केंद्र या राज्य में किसी भी दल की सरकार रहे उसकी स्थिति पर कोई फर्क नहीं पड़ता।
श्री राजेवाल ने कहा कि पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में सिर्फ किसान मोर्चा द्वारा लोगों से अपील की जा रही है कि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल घटक दलों को वोट नहीं डालें। एनडीए को दिया गया वोट देश विरोधी वोट माना जाएगा। पश्चिम बंगाल और आसाम सहित पांच राज्यों के चुनाव के दौरान किसान मोर्चा के सदस्य और प्रतिनिधि भाजपा और इसके सहयोगी दलों को वोट न देने की अपील करने के लिए लगातार दौरे करेंगे। जनता से आग्रह करेंगे कि भाजपा और इसके सहयोगी दलों की बजाए वह किसी भी राजनीतिक दल को वोट डालें। पश्चिम बंगाल में संयुक्त मोर्चा द्वारा किसान मार्च भी निकाले जाएंगे।
सेठी रामसिंह
वार्ता
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