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राजस्थान में चुनाव प्रचार का शोर थमा

जयपुर, 15 अप्रैल वार्ता( वार्ता ) राजस्थान के सहाड़ा, सुजानगढ़ और राजसमंद में 17 अप्रैल को होने वाले उपचुनाव में कोरोना, गर्मी और आपसी गुटबाजी के कारण बिना धूम धड़ाके के ही आज शाम को प्रचार समाप्त हाे गया।
उम्मीदवार अब घर घर जनसम्पर्क कर सकेंगे , लेकिन कोरोना दिशा निर्देशों के अनुसार किसी के गले नहीं लग पायेंगे और पैर भी नहीं छू सकेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुधरा राजे के चुनाव प्रचार से दूर रहने से भाजपा की गुटबाजी सतह पर आ गयी जबकि कांग्रेस ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के चुनाव प्रचार में शामिल होने से नाराजगी ढंकी रही। भाजपा ने श्रीमती राजे के नहीं आने पर चुनाव प्रचार में उनके भतीजे ज्योतिरादित्य सिंधिया को मैदान में उतारा इसके अलावा स्मृति ईरानी भी अपनी धमक दिखाने आईं। हालांकि श्रीमती राजे ने सोशल मीडिया पर सक्रियता दिखाते हुए कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस सरकार को घेरने का प्रयास किया।
चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा में बिखराव दिखाई दिया बल्कि उनके नेताओं के बयान भी विवाद में आ गये। विवाद की शुरुआत सहाड़ा में लादूलाल तीतलिया के नामांकन भरने और वापस लेने के बाद सोशल मीडिया पर शिकवा शिकायतों से शुरु हाे गयी थी। इसके बाद पूर्व गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया के महाराणा प्रताप के सम्बन्ध मे दिये बयान में करणी सेना को विवाद खड़े करने का मौका दे दिया। इस मुद्दे पर राजसमंद में भाजपा को अब राजपूतों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने बेरोजगारी, कोरोना वैक्सीन, कानून व्यवस्था आदि के मुद्दों पर ब्लैक पेपर जारी करके सरकर के खिलाफ माहौल बनाने का प्रयास किया, भाजपा ने उपचुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया।
कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, के हाथों में चुनाव प्रचार की कमान रही तथा स्वास्थ्य मंत्री डा़ रघु शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा तथा उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी प्रचार के दौरान सक्रिय बने रहे।
इन तीनों स्थानों पर हो रहे उपचुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक दल ने अपना उम्मीदवार खड़ा करके चुनाव को त्रिकोणात्मक बनाने का प्रयास किया है। इसके नेता हनुमान बेनीवाल ने चुनाव प्रचार के दौरान दोनों दलों की पोल खोली।
चुनाव आयोग के अनुसार प्रचार समाप्त होने के बाद राजनीतिक दल सार्वजनिक सभाओं और जुलूस नहीं निकाल सकेंगे। इस विधानसभा चुनाव में सात लाख पांच लाख 43 हजार 802 मतदाता उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
पारीक सुनील
वार्ता
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