राज्य » राजस्थानPosted at: Jan 7 2022 2:42PM कुसुम योजना ए में बिना जमानत सुरक्षा के किसानों को मिलेगा ऋण-अग्रवालजयपुर, 07 जनवरी (वार्ता) राजस्थान में अब किसानों को कुसुम योजना ए के तहत बंजर एवं बेकार भूमि पर आधा किलोवाट से दो मेगावाट तक के सोलर प्लांट लगाने के लिए बैंकों से बिना जमानत सुरक्षा के भी ऋण मिल सकेगा। ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने आज बताया कि तीनों डिस्काम्स, ऊर्जा विकास निगम, अक्षय ऊर्जा निगम, बागवानी विभाग और बैंकों के शीर्ष अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में यह निर्णय हुआ। उन्होंने बताया कि कुसुम ए योजना के क्रियान्वयन में समूचे देश में राजस्थान पहले स्थान पर होने के बावजूद बैंकों से ऋण मिलने में आ रही दिक्कतों के कारण यह योजना अधिक गति नहीं पकड़ पा रही थी।। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस योजना के क्रियान्वयन को लेकर काफी गंभीर रहे हैं और किसानों को इस योजना में आसानी से वित्त पोषण के लिए केन्द्र सरकार से भी आग्रह कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि श्री गहलोत के निर्देश और प्रदेश के किसानों के हित में सीधे बैंकों से संवाद कायम किया गया और योजना के विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा और किसानों का पक्ष प्रभावी तरीके से रखने का परिणाम रहा है कि बैंकों ने बिना जमानत सुरक्षा के ऋण देने पर सहमति व्यक्त कर दी है। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान कुसुम योजना तीन कंपोनेंट में संचालित हो रही है। इसमें ए कंपोनेंट में राजस्थान विद्युत वितरण निगमों के 33/11 केवी सबस्टेशन के पांच किलोमीटर दायरें में किसानों/विकासकर्ताओं की बंजर एवं अनुपयोगी भूमि पर आधा किलावाट से लेकर दो मेगावाट क्षमता के सोलर ऊर्जा संयत्रों की स्थापना कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इन सोलर सयंत्रों पर उत्पादित बिजली को तीन रुपए 14 पैसे की दर पर 25 साल तक खरीद की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस आशय का पीपीए हस्ताक्षरित किया जाता है जिससे सोलर ऊर्ला उत्पादनकर्ता किसान की बिजली 25 साल तक खरीद की व्यवस्था भी सुनिश्चित हो जाती है। उन्होंने बताया कि व्यवस्था के तहत बैंकों के ऋण की किस्त डिस्काम्स द्वारा सीधे बैंकोें में किसानों के खातों में जमा हो सकेगी और शेष राशि काश्तकार के खाते में जमा हो जाएगी। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि अभी तक इस योजना में प्रदेश में 11 संयत्र स्थापित हो चुके हैं। अक्षय ऊर्जा निगम के पास 722 मेगावाट क्षमता स्थापना के 623 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि केनरा बैंक ने बैठक में सहमति प्रदान करने के साथ ही एयू बैंक, एसबीआई आदि ने भी करीब करीब सहमति दे दी है। उन्होेंने बताया कि इससे प्रदेश में केन्द्र सरकार की इस योजना में और अधिक तेजी से काम हो सकेगा। बैठक में केनरा बैंक के केनरा बैंक के डीजीएम अरुण कुमार आर्य ने विश्वास दिलाया कि बैंक द्वारा बिना जमानत सुरक्षा के ऋण वितरित किया जाएगा और इस योजना में ऋण की ब्याज दर को भी कम करने के प्रयास किए जाएंगे।जोरा वार्ता