राज्य » राजस्थानPosted at: Nov 30 2022 8:34PM कोटा संभाग में सोयाबीन का उत्पादन बढ़ाने की विपुल संभावनाएंकोटा, 30 नवम्बर (वार्ता) राजस्थान के हाडोती संभाग में खरीफ के कृषि सत्र की मुख्य कृषि उपज माने जाने वाली सोयाबीन का उत्पादन को बढ़ाये जाने की अभी भी विपुल संभावना है। कृषि विश्वविद्यालय की ओर से आज यहां सोयाबीन में चौडी क्यारी कुंड विधि एवं बीबीएफ मशीन के प्रयोग पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। इस अवसर पर कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक (अनुसंधान) डॉ. प्रताप सिंह ने संभाग में सोयाबीन परिदृश्य और इसके उत्पादन में आ रही समस्याओं एवं बीबीएफ मशीन के प्रयोग में आने वाली प्रायोगिक समस्याओं पर अपना विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। प्रधान वैज्ञानिक ने अपने 40 वर्षों के अनुभवों को सरल एवं सुलभ उदाहरणों के माध्यम से देश एवं प्रदेश में फार्म मशीनरी ट्रेक्टर, बीबीएफ मशीन, रोटावेटर, सबसोयलर की उपयोगिता एवं प्रयोग में आने वाली समस्याओं व समाधान पर तकनीकी जानकारियों से अवगत कराया। कुलपति ने वर्तमान समय में सोयाबीन की उत्पादकता बढ़ाने के लिए कृषकों के खेत के समतलीकरण, सबसोयलर व चौडी क्यारी कुंड विधि को अपनाने पर विशेष जोर दिया। इसके साथ ही विभाग के अधिकारियों एवं वैज्ञानिकों को वर्तमान में सोयाबीन फसलोत्पादन में आने वाली समस्याओं पर अनुसंधान परक उपायों को विकसित करने के निर्देश दिये। हाडा रामसिंहवार्ता