राज्य » राजस्थानPosted at: Feb 3 2023 10:03PM विश्व आर्द्रभूमि दिवस पर ऑनलाइन लेखन प्रतियोगिता में देशभर से मिलीं प्रविष्टियांउदयपुर, 03 फरवरी (वार्ता) फॉस्टर भारतीय पर्यावरण सोसाइटी ईन्टाली एवं पारिस्थितिकी एवं आजीविका कार्य संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में एवं राष्ट्रीय पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण मंच निर्देशन में अंतर्राष्ट्रीय आर्द्र भूमि दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय लेखन प्रतियोगिता डिजिटल माध्यम से संपन्न हुई। कार्यक्रम कोऑर्डिनेटर निदेशक ललित नारायण आमेटा के अनुसार कार्यक्रम का उद्देश्य आर्द्रभूमि क्षेत्र जिनमें अंतर्देशीय आर्द्रभूमि एवं तटीय आर्द्रभूमि तथा मानव निर्मित आर्द्रभूमि जैसे मछली के तालाब, चावल के खेत, नमक बनाने के कुंड, मानव निर्मित तालाब, बाँध एवं अन्य जलाशय का संरक्षण करना है और उन्हें उनके मूल स्वरूप में वापस लाना है। कार्यक्रम संचालक डॉ ओमप्रकाश किराड़ के अनुसार कार्यक्रम का संयोजन डिजिटल माध्यम से पारिस्थितिकी वैज्ञानिक डॉ. सुनील दुबे के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ। नेशनल प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण मंच के अध्यक्ष डॉ लक्ष्मीनारायण आमेटा, तथा विशिष्ट सम्मानित अतिथि पारिस्थितिकी एवं आजीविका कार्य संस्थान के प्रबंधक न्यासी विरेन लोबो ने डिजिटल माध्यम से भूमिका निभाई। डॉ सुनील दुबे के अनुसार देशभर के विभिन्न राज्यों मध्य प्रदेश ,उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, मणीपुर, तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर, गोआ सहित राजस्थान के जोधपुर, अलवर, अजमेर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, सिरोही ,पाली, झालावाड़ आदि जिलों के आर्द्रभूमि क्षेत्रों तालाब, झील, नदी का संरक्षण के सुझाव प्राप्त हुए। रामसिंहवार्ता