राज्य » राजस्थानPosted at: Apr 30 2023 7:06PM दुल्हा-दुल्हनों ने लिया प्रकृति एवं पर्यावरण संरक्षण का संकल्पकोटा,30 अप्रैल (वार्ता) राजस्थान के कोटा में शहनाई की मधुर स्वर लहरियों और वैवाहिक मांगलिक गीतों के बीच वैदिक मंत्रो के साथ अग्नि के समक्ष सात फैरे लेने वाले दुल्हा -दुल्हनों ने मंच से हाथ में एक-एक पौधा एवं परिंडा थामकर प्रकृति एवं पर्यावरण संरक्षण तथा बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं का संकल्प लिया तो मौजूद लोग इस नजारे को अपलक निहारते रह गए। शहर के विज्ञान नगर में हुए अखिल हाड़ोती वाल्मीकि समाज समिति कोटा संभाग की ओर से आयोजित 14 वें सर्व समाज सामूहिक विवाह सम्मेलन के बाद आशीर्वाद समारोह में वर-वधु ने यह संकल्प लिया जिसकी सभी ने जमकर सराहना की। आयोजन समिति के अध्यक्ष अशोक पचेरवाल ने बताया कि वाल्मीकि समाज के धर्मगुरू संत बालयोगी उमेशनाथजी महाराज की प्रेरणा से हुए इस सम्मेलन में देश के अलग-अलग प्रांतों से बड़ी संख्या में आए वाल्मीकि समाज एवं अन्य मेहमानों ने शिरकत की। समाजबंधुओं की मौजूदगी में 60 जोड़ों का हिंदू रीति रिवाज से विवाह सम्पन्न करवाया हुआ। आयोजन समिति ने दुल्हा-दुल्हन को घर-गृहस्थी के सामान उपहार में दिए गए, लेकिन इस खास मौके पर मुख्य अतिथि धर्मगुरू बालयोगी उमेशनाथ महाराज की उपस्थिति में नवदंपत्ति को प्रकृति एवं पर्यावरण के संरक्षण एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की भी शपथ दिलाई गई। विभिन्न प्रजातियों के फलदार, छायादार 60 पौधे दुल्हा-दुल्हन को भेंट किए। एक-एक परिंडा भी दिया गया ताकि गर्मी में कोई परिंदा प्यास से न मरे।हाडा रामसिंहवार्ता