राज्य » राजस्थानPosted at: May 14 2023 7:37PM भालु के वन क्षेत्र से ग्रामीणा क्षेत्र में भाग रहा हैअलवर 14 मई (वार्ता) राजस्थान में अलवर जिले के बानसूर में सरिस्का ताल वृक्ष रेंज से मादा भालू को जंगल में छोड़ा गया था लेकिन मादा भालू को जंगल रास नहीं आ रहा है। भालु के वन क्षेत्र से ग्रामीण इलाके में भागने से वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की नींद उड़ी हुई है। लगातार वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी मादा भालू के पीछे पीछे दौड़ कर पसीना निकाल रहे हैं। लेकिन मादा भालू जंगल मैं नहीं रह कर ग्रामीण इलाके में रहना पसंद कर रही है। गौरतलब है कि इससे पूर्व माउंट आबू से नर बालों तथा मादा भालू के जोड़े को ताल वृक्ष लाया गया था कुछ दिन रख कर दोनों को जंगल में छोड़ा गया लेकिन मादा भालू जंगल को छोड़कर ग्रामीण इलाके में आ जाने से वन प्रशासन की नींद उड़ी हुई है। बिलाली तथा करौली गांव के भरू डूंगरी से इस मादा भालू को रेस्क्यू करने से पहले एक वन अधिकारी पर हमला कर दिया था जो कि वह गंभीर रूप से घायल हो गया था उसके पश्चात रात्रि को मादा भालू को ट्रक को लाइक कर वापस जंगल लाया गया लेकिन अब जंगल में छोड़ने के बाद भी बानसूर के गांव हमीरपुर से गांव काजीपुरा में एक जोहड़ में छिपी बैठी हुई है । लगातार वन विभाग के अधिकारी भालू की निगरानी करने में लगे हैं। हमीरपुर वन चौकी रेंज फॉरेस्टर जय किशन यादव तथा रामपुर ताल वृक्ष रेंज के फॉरेस्टर सुभाष यादव तथा वन कर्मी मादा भालू की निगरानी बनाकर गांव वालों से दूर रहने को कहां जा रहा है वही फॉरेस्टर जय किशन यादव ने बताया कि शाम को थोड़ी ठंड होने पर मादा भालू अपनी जगह को छोड़कर बाहर निकलेगी कोशिश रहेगी कि से वापस जंगल में ले जाने की इस मामले को लेकर विभाग के उच्च अधिकारियों को सूचना दे दी गई है।जैन रामसिंहवार्ता