राज्य » राजस्थानPosted at: Aug 5 2024 10:06PM राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों का धरनाजयपुर 05 अगस्त (वार्ता) राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में सोमवार को कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर देने के विरोध में विपक्ष के सदस्यों ने सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सदन में धरने पर बैठ गए। सदन में विधायकों के अनुभवों एवं नवाचारों पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भोजनावकाश के बाद लोक अभियोजकों की नियुक्ति का मुद्दा व्यवस्था के प्रश्न के नाम से उठाने के बाद सदन में हंगामा और इस बीच श्री भाकर को निलंबित करने के बाद हंगामा बढ़ने पर सदन की कार्यवाही मंगलवार पूर्वाह्न ग्यारह बजे तक स्थगित कर दिए जाने के बाद कांग्रेस सदस्य सदन में धरने पर बैठ गये। हालांकि गतिरोध समाप्त करने के लिए बातचीत भी चल रही है और देर रात में कोई सुलह होने की संभावना है। उधर पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा कि पहले विधानसभा में कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर का निलंबन तथा जबरन निष्कासन फिर मार्शलों द्वारा वरिष्ठ विधायक हरिमोहन शर्मा को जमीन पर गिराना एवं महिला विधायक अनीता जाटव से बदसलूकी कर उनकी चूड़ियां तक तोड़ देने की वह कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। श्री गहलोत ने सोशल मीडिया पर कहा कि यह राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की तानाशाही सोच का नतीजा है जिसके कारण चुने हुए जनप्रतिनिधियों के साथ ऐसा दुर्वव्यहार किया गया। इसी तरह कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा सरकार सदन की गरिमा ख़त्म करने पर तुली है। विधानसभा में कांग्रेस की महिला विधायक अनीता जाटव तथा विधायक हरिमोहन शर्मा समेत अनेक सदस्यों के साथ अभद्रता और दुर्व्यवहार अत्यंत निंदनीय है। श्री डोटासरा ने कहा कि सदन की कार्यवाही से कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर का निलंबन इनकी तानाशाही का नमूना है। सत्ता के घमंड में चूर भाजपा सरकार सदन में जनता के मुद्दों पर जवाब देने की जगह विपक्ष की आवाज़ को कुचलने का प्रयास कर रही है।जोरावार्ता