विज्ञान एवं प्रौद्योगिकीPosted at: Jan 5 2017 3:40PM दीमक के ढेर के नीचे हो सकती है सोने की खाननयी दिल्ली 05 जनवरी (वार्ता) आस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं की मानें तो दीमक के ढेर के नीचे सोने की खान हो सकती है । शोध पत्रिका ‘जियोलॉजी ’में प्रकाशित शोध रिपोर्ट के अनुसार कुछ खास इलाकों में सोने की खान का पता लगाने के लिए दीमक की मौजूदगी, बबूल के पत्तों तथा मिट्टी की स्थिति जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान देना जरूरी है। आस्ट्रेलियन कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रीयल रिसर्च आर्गेनाइजेशन के रवि आनंद की अुगवाई में आस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने पश्चिमी आस्ट्रेलिया में कलगूर्ली के पास सोने की एक खदान के सैंकड़ों अवसादों, मिट्टी तथा बबूल के पत्तों के नमूनों का विश्लेषण किया। विश्लेषण में यह बात सामने आयी कि नमूनों में मौजूद स्वर्ण तत्व इसकी पुष्टि करते हैं कि पीली धातु आर्गेनिक कार्बन से प्रचुर इलाकों में अधिक पायी जाती है। शोधकर्ताओं के मुताबिक जिन जगहों पर अधिक आर्द्रता होती है, वहां जीवाश्मों के सड़ने से सोना मिलता है। उनका यह भी कहना है कि जिन इलाकों में सोना मिल रहा है, यह इस बात की भी द्योतक हो सकता है कि वहां गहराई में खुदाई करने पर अधिक सोना मिल सकता है। शोध से यह भी पता चलता है कि बबूल के पेड़ और दीमक बंजर जमीन में अधिक तेजी से विकसित होते हैं और अक्सर सोने की खानें ऐसी ही जगहों पर मिलती हैं। कनाडा की खनन कंपनी अंगकोर गोल्ड ने शोध रिपोर्ट की पुष्ट की है। कंपनी ने कंबोडिया के दीमक के लगभग 1,10,000 ढेरों के नमूने एकत्र किये हैं। इन नमूनों से कंपनी को सात जगह सोने, तांबे और मोलिब्डेनम जैसे धातुओं के भंडार का पता चला । कंपनी के उपाध्यक्ष जॉन पॉल दू ने पहले ही कहा है कि दीमकों के ढेर के नमूने एकत्र कर उनका विश्लेषण करने से सोने के भंडार का पता लगाने में कम लागत आती है जबकि अन्य पारंपरिक तरीके जैसे ड्रिलिंग महंगी है। अर्चना.श्रवण वार्ता