खेलPosted at: Aug 18 2018 4:36PM सुशील और बजरंग के अलावा संदीप कुमार 57, पवन कुमार 86 और मौसम खत्री 97 किग्रा वर्ग में अपनी ताल ठोकेंगे। इन पहलवानों के लिये खुद को साबित करने का यह एक अच्छा मौका है। महिला पहलवानों में ओलम्पिक पदक विजेता साक्षी मलिक और इस साल गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में 50 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने वाली विनेश भी पदक दावेदार हैं। विनेश ने पिछले एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था। ग्रीको रोमन पहलवानों के हाल के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए उनसे भी पदक की उम्मीद की जा रही है। ग्रीको रोमन पहलवान हमेशा फ्री स्टाइल पहलवानों की छाया में रह जाते हैं लेकिन ग्रीको रोमन दल के कोच कुलदीप सिंह का मानना है कि भारतीय पहलवान इस बार ग्रीको रोमन वर्ग में भी कुछ पदक जीतेंगे। हालांकि इस शैली में ईरान और कजाखिस्तान के पहलवान सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं। भारत को ग्रीको रोमन में गुरप्रीत(77), हरप्रीत(87) और नवीन(130) से पदक की उम्मीदें रहेंगी। भारत ने पिछले साल जकार्ता में हुये एशियाई इंडोर खेलों में ग्रीको रोमन में दो रजत और एक कांस्य पदक जीता था। नवीन और हरप्रीत ने रजत और गुरप्रीत ने कांस्य पदक जीता था। एशियाई खेलों में ग्रीको रोमन वर्ग में पदक जीतने वाले आखिरी पहलवान सुनील राणा और रवीन्दर सिंह थे जिन्होंने 2010 ग्वांग्झू में कांस्य पदक जीते थे।राज प्रीतिवार्ता