खेलPosted at: Aug 31 2018 4:00PM Share दुती ने 200 मीटर दौड़ में फाल्स स्टार्ट के कारण बाहर होने वाली हिमा दास के लिये अफसोस जताया। उन्होंने कहा,“ मैं 200 मीटर में दुती के लिये बहुत दुखी हूं। वरना लग रहा था कि 200 मीटर में दोनों ही एथलीट पदक जीत लेती। मैंने बाद में उससे बात की और बताया कि ऐसी तकनीकी गलतियों से बचने की जरूरत है।” उन्होंने 100 मीटर की अपनी जीत का श्रेय अपने परिवार, कोच, राज्य सरकार और पुलेला गोपीचंद अकादमी को दिया जबकि 200 मीटर का श्रेय उन्होंने तमाम देशवासियों को दिया। उन्होंने गोपीचंद अकादमी का जिक्र करते हुये कहा,“ एक समय जब मुझे हर तरफ से दुत्कारा जा रहा था तब गोपीचंद सर ने ही मुुझे अपनी अकादमी में शरण दी। ट्रेनिंग की तमाम सुविधाएं उपलब्ध करायी जिससे मैं ओलंपिक, विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों में हिस्सा ले सकी।” दुती ने दोनों यूनिवर्सिटी के संस्थापक प्रोफेसर अच्युत सामंत को अपना गॉडफादर बताते हुये कहा कि उन्होंने हर कदम पर उनका मागदर्शन किया। उनकी तमाम जरूरतों का ख्याल रखा और वह अपने इन दो पदकों के लिये उनकी शुक्रगुजार है। दुती कल ओड़िशा के मुख्यमंत्री पटनायक से भुवनेश्वर में मुलाकात करेंगी।राज प्रीतिवार्ता