खेलPosted at: Sep 28 2018 8:10PM 54 किग्रा वर्ग में मनीषा ने मीना कुमारी देवी को हराया। रूस में कांस्य और तुर्की में रजत जीतने वाली मीना पोलैंड में 2016 की विश्व चैम्पियन और यूरोपीयन चैम्पियन को हराने वाली मनीषा के आत्मविश्वास के आगे धराशायी हो गईं। 2017 की युवा विश्व चैम्पियन साक्षी चोपड़ा को 57 किग्रा वर्ग में सोनिया जैसी मजबूत प्रतिद्वंद्वी का सामना करना पड़ा। पोलैंड में कांस्य जीतने वाली सोनिया ने उम्मीद के मुताबिक शानदार प्रदर्शन किया और अपने पंचों से साक्षी को धराशायी करते हुए विश्व चैम्पियनशिप का टिकट कटाया। बूरा ने 75 किग्रा वर्ग में अलारी बोरो को एकतरफा अंदाज में हराया। इस तरह रूस में स्वर्ण जीतने वाली बूरा बिना किसी दिक्कत के टीम में जगह बनाने में सफल रहीं। सीमा पूनिया के लिए 81 प्लस वर्ग में अनुभव काम आया और वह कविता चहल को हराते हुए टीम में जगह बनाने में सफल रहीं। सीमा ने कविता को पूरी तरह दोयम साबित किया। भारत में विश्व चैम्पियनशिप का आयोजन 12 साल बाद हो रहा है। 2006 में इसकी मेजबानी भारत ने की थी। उस साल भारतीय मुक्केबाजों ने अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए पदक तालिका में पहला स्थान हासिल किया था। भारत को चार स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक मिला था। एेसे में जब भारत टोक्यो ओलम्पिक के लिए एक मजबूत टीम तैयार करने की तैयारी में है, भारतीय मुक्केबाजों का सामना विश्व की श्रेष्ठ मुक्केबाजों से होगा। इस चैम्पियनशिप में 60 देशों की कुल 300 मुक्केबाज हिस्सा लेंगी।राजवार्ता