Friday, Apr 26 2024 | Time 04:06 Hrs(IST)
image
राज्य


लोकरूचि दुकान संदेश दो अंतिम खरगोन

पवन ने बताया कि सरकार की अपनी मजबूरियां हो सकती हैं कि वह बिहार और गुजरात की तरह मध्य प्रदेश में शराबबंदी फिलहाल लागू नहीं कर पाई है। पवन ने कहा कि वह कोई समाज सुधारक या सामाजिक कार्यकर्ता नहीं है किंतु उसकी छोटी सी दुकान में संचालित अपने व्यवसाय में ऐसा कदम उठाकर समाज के प्रति योगदान देना उनकी सीमा में था।
कसरावद में टाइल्स का व्यवसाय करने वाले रवि दसेरा ने बताया कि वह 5 किलोमीटर दूर भीलगांव में पवन के पास दाढ़ी कटिंग बनवाने आते हैं। उन्होंने बताया कि उसकी दुकान में कम से कम यह ग्यारंटी रहती है कि शराब का सेवन किए हुए व्यक्ति नहीं मिलेंगे। पवन का इस तरह का बायकॉट करना भी एक तरह का शराब सेवन का विरोध है, और समाज सुधार का अनूठा तरीका है।
भील गांव से 3 किलोमीटर दूर अरिहंत नगर में रहने वाले सतपाल बज्जड एक फैक्ट्री में सुपरवाइजर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि वह भी पवन के पास दाढ़ी और कटिंग बनवाने आते हैं और पवन का कदम अनुकरणीय है। अरिहंत नगर के एक ठेकेदार राजू पाटीदार भी पवन के ग्राहक हैं और वह भी नशा बहुल क्षेत्र में उसके इस साहसिक कदम से खुश हैं।
भील गांव के पूर्व उप सरपंच कन्हैया पाटीदार ने कहा कि पवन का यह छोटा कदम बड़ा संदेश दे रहा है। उन्होंने बताया कि वे भी उस तख्ती के कारण ही पवन की दुकान पर आ रहे हैं। उसने अपने हुनर के चलते एक स्थान पर बैठे हुए सैकड़ों लोगों को इस सामाजिक बुराई से दूर रहने का संदेश दे दिया।
सं बघेल
वार्ता
More News
जम्मू-कश्मीर में विकास के लिए लोग मुझे चाहते हैं-आजाद

जम्मू-कश्मीर में विकास के लिए लोग मुझे चाहते हैं-आजाद

25 Apr 2024 | 11:55 PM

श्रीनगर, 25 अप्रैल (वार्ता) जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि लोग उन्हें संसद में रहने के बजाय प्रदेश में विकास के लिए चाहते हैं।

see more..
मान किसानों के जख्मों पर नमक छिड़क रहे: बादल

मान किसानों के जख्मों पर नमक छिड़क रहे: बादल

25 Apr 2024 | 11:51 PM

मलोट, मुक्तसर 25 अप्रैल (वार्ता) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने गुरुवार कहा है कि किसानों को मुआवजा देने से इन्कार करने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान उनकी कड़ी मेहनत से उगायी गयी गेंहू की फसल को नहीं उठाकर उनके जख्मों पर नमक छिड़क रहे हैं, क्योंकि इसके परिणामस्वरूप मंडियां पूरी तरह से जाम हो गयी हैं।

see more..
image