लखनऊ, 04 सितम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश सरकार ने समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बयान पर कडी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि सपा शासनकाल के दौरान राज्य कर्मचारियों को वितरित किये गये लैपटाप में तस्वीर बदले जाने का आरोप झूठा और बेबुनियाद है।
राज्य सरकार के प्रवक्ता एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा “ दरअसल, अखिलेश अपने परिवार को एकजुट रखने में विफल रहे है और महागठबंधन के अस्तित्व पर उठे विवादों से जनता का ध्यान हटाने के लिये वह फिजूल की बयानबाजी कर रहे है। ”
सपा अध्यक्ष के आरोप को खारिज करते हुये उन्होने कहा “ हमने कोई फोटो नही हटायी है और न ही ऐसा कोई प्रयास किया है। भाजपा सरकार ऐसी हरकतों पर विश्वास नही करती है। ” हालांकि उन्होंने इशारा किया कि सरकार जब कर्मचारियों को नये लैपटाप देगी तो उसमें नयी फोटो चस्पा हो सकती है।
श्री सिंह ने कहा कि सपा अध्यक्ष इन दिनों जबरदस्त हताशा का शिकार है। वह अपने परिवार को एकजुट रखने में पूरी तरह विफल साबित हुये है। इस तरह के आरोप उनकी हताशा और निराशा को व्यक्त करते हैं।
इससेे पहले श्री यादव ने सोमवार को ट्वीट किया था “ अभी तक तो हमारे कामों को अपना बताकर उद्घाटन करते थे, रंग बदलते थे, अब हमारे द्वारा दिये गये लैपटॉप पर हमारी तस्वीरें बदल रहे हैं. बदलनी है तो आज भाजपा के शासनकाल में प्रदेश की जो दुर्गत हुई है, उस बदहाली की तस्वीर बदलें. इस बार जनता विकास-विरोधी प्रतिगामी भाजपा को ही बदल देगी। ”
गौरतलब है कि सपा के शासनकाल में वितरित किये गये लैपटाप पर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और उनके पूर्व मुख्यमंत्री पुत्र अखिलेश यादव की फोटो लगी थी।
प्रदीप तेज
वार्ता