राज्यPosted at: Sep 4 2018 10:15PM इन्टर स्टेट कनैक्टीविटी मार्गों का महापुरूषों के नाम से होगा नामकरण:मौर्य
लखनऊ, 04 सितम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के महापुरूषों के नाम पर इन्टर स्टेट कनैक्टीविटी मार्गों का नामकरण किया जाएगा।
श्री मौर्य ने मंगलवार को लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि इण्टर स्टेट कनैक्टीविटी मार्गों पर मुख्य प्रवेश द्वार बनाए जाएगे। उन्होंने कहा कि अब क्षेत्र विशेष की सड़कों का नामकरण वही के महापुरूषों के नाम से किया जायेगा।
उन्होने कहा कि श्रद्धेय अटल जी की कर्मभूमि और जन्म भूमि में किये गये विभिन्न कार्यों का नामकरण उन्हीं के नाम से किया जायेगा साथ ही राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के महापुरूषों के नाम पर सभी 54 इन्टर स्टेट कनैक्टीविटी मार्गों का नामकरण किया जायेगा तथा वहां पर प्रवेश द्वार बनाये जायेंगे और इन मार्गों पर हरियाली विकसित करने के साथ-साथ क्षेत्र विशेष के एतिहासिक स्थल अथवा महापुरूष का उल्लेख किया जायेगा।
श्री मौर्य ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि विभिन्न कार्यों के लिये स्वीकृत की जाने वाली पत्रावलियों में अनावश्यक विलम्ब ने हो, सभी कार्य समयबद्धता के साथ किये जायें, साथ ही वरिष्ठ अधिकारी कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता न करें। मुख्य मार्गों के कार्यों की गुणवत्ता की परख एवं कार्य की प्रगति हेतु एक नोडल एजेन्सी भी नामित करें ताकि कार्य समयबद्धता एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण हो। कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं। उन्होने कहा कि जहाँ कही पर भ्रमण के दौरान किसी कार्य के कराये जाने की घोषणा की जाती है उस कार्य को सभी अधिकारी गम्भीरता से लें।
उन्होंने बताया कि वर्षा के कारण जो सड़के क्षतिग्रस्त हो गयी हैं उनकी मरम्मत एवं गड्ढ़ामुक्ति हेतु धनराशि जारी कर दी गयी है तथा पूर्ण गुणवत्ता के साथ सभी जिम्मेदार अभियन्ताओं को सड़के यथाशीघ्र ठीक करने के निर्देश दे दिये गये हैं।
उन्होने कहा कि इन्डो नेपाल बार्डर सुरक्षा की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है उस क्षेत्र के महत्व को दृष्टिगत रखते हुये कार्य योजना बनायें तथा सर्वोच्च प्राथमिकता दें। श्री मौर्य ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में से लोक निर्माण विभाग सड़कों के मामले में सबसे अच्छे व खराब जिलों को चिन्हित करें तथा पिछड़ेपन के आधार पर कार्ययोजना बनाकर कार्यवाही करें ताकि क्षेत्र विशेष का पिछड़ापन दूर किया जा सके।
उन्होेंने कहा कि जनप्रतिनिधियों से प्राप्त प्रस्तावों के सभी स्वीकृत कार्य पूर्ण करने में तेजी लायी जाय तथा प्राथमिकता से पूर्ण किये जाये श्री मौर्य ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की मांग पर विभिन्न क्षेत्रों में छोटे/बड़े पुलों का निर्माण प्राथमिकता से किया जाय। उसका प्रस्ताव यथाशीघ्र प्रस्तुत करें, जिन विधानसभा क्षेत्र में रेल उपरिगामी सेतु बनाया जाना है उसका प्रस्ताव शीर्ष प्राथमिकता से भेजा जाये।
तेज
वार्ता