अहमदाबाद, 05 सितंबर (वार्ता) पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के नेता हार्दिक पटेल के आमरण अनशन के दौरान उनके वजन में 20 किलोग्राम की नहीं बल्कि 11 किलो 600 ग्राम की ही गिरावट हुई है, इस बीच, उन्होंने आज फिर चेतावनी दी है कि अगर सरकार अगले 24 घंटे में बातचीत के लिए उनके पास नहीं आयी तो वह फिर से जल त्याग कर देंगे। उन्होंने इससे पहले गत 30 और 31 अगस्त को अपने अनशन के छठे और सातवें दिन जल-त्याग किया था पर आठवें दिन से फिर से इसे लेना शुरू कर दिया था। उनके सहयोगी मनोज पनारा ने आज शाम संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार अथवा इसके प्रतिनिधियों को अगले 24 घंटे में बातचीत के लिए हमारे पास आना होगा अगर ऐसा नही हुआ तो हार्दिक फिर से जलत्याग कर देंगे। उन्होंने सरकार पर हार्दिक के आंदोलन को कमजोर करने का प्रयास करने का आरोप भी लगाया।
उधर, सरकारी सोला सिविल अस्पताल के अधीक्षक डा़ आजेश देसाई ने आज यूनीवार्ता को बताया कि हार्दिक का वजन अनशन के पहले दिन 25 अगस्त को 78 किलो था। वजन लेने में तकनीकी गड़बड़ी के कारण कल 11 वें दिन उनका वजन 58 किलो 300 ग्राम दर्ज हो गया था जबकि यह आज 12 वें दिन 66 किलो 400 ग्राम था। वजन की मशीन में कोई गड़बड़ी नहीं है। वजन के दौरान खड़े होने के तरीके में गड़बड़ी के चलते ऐसा हुआ। अगर वजन के दौरान कोई व्यक्ति किसी बाहरी वस्तु को पकड़ ले तो उसका वजन कम आता है। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है।
वजन करने वाली डा़ मनीषा पांचाल ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने वजन लेने में हुई गड़बड़ी के बारे में अपनी रिपोर्ट दे दी है।
उन्होंने बताया कि हार्दिक ने आज लगातार तीसरे दिन भी सरकारी डाक्टरों को जांच के लिए रक्त और मूत्र के नमूने देने से इंकार कर दिया हालांकि उनका रक्तचाप, नब्ज आदि सामान्य थे। उन्हें पहले से ही अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी गयी है।
इस बीच, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राजीव सातव, प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा तथा नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी ने आज हार्दिक से उनके ग्रीनवुड रिसार्ट स्थित आवास पर मुलाकात की जहां वह बाहर अनशन की सरकारी अनुमति नहीं मिलने के बाद किसानों की कर्ज माफी, पाटीदार आरक्षण और राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार अपने साथी अल्पेश कथिरिया की रिहाई को लेकर 25 अगस्त से अनशन कर रहे हैं। श्री सातव ने कहा कि राज्य सरकार को हार्दिक से तुरंत बात करनी चाहिए। कांग्रेस किसानों के मुद्दे पर राज्यव्यापी प्रदर्शन करेगी।
उधर, पास की टीम और सरकार के साथ हार्दिक के मुद्दे पर बात कर रही राज्य में पाटीदार अथवा पटेल समुदाय की छह अग्रणी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के समन्वयक सी के पटेल के बीच कुछ मतभेद उभर आये हैं। स्वयं को हार्दिक का एकमात्र प्रतिनिधि बताते हुए आज संवाददाता सम्मेलन करने वाले उनके साथी मनोज पनारा ने कहा कि श्री पटेल क्यों सरकार से बातचीत के पहले अथवा बाद में हार्दिक से नहीं मिलते। उन्होंने उन्हें भाजपा का एजेंट तक करार दिया। उधर इस पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री पटेल ने कहा कि संस्थाओं की ओर से अब सरकार के साथ तब तक बातचीत नहीं की जायेगी जब तक पास इस बारे में लिखित आग्रह नहीं करेगा।
श्री पनारा ने यह भी कहा कि पास की ओर से कल राज्य के सभी 182 विधायकों, 26 लोकसभा सांसदों और सभी राज्यसभा सांसदों को फोन कर हार्दिक के मुद्दों पर उनकी राय ली जायेगी। इसके एक दिन बाद इस बारे में फार्म लेकर इन लोगों से इस पर हस्ताक्षर लिये जायेंगे। पास की ओर से आठ सितंबर को हार्दिक के समर्थन में उत्तर गुजरात के पाटन से महेसाणा के ऊंझा तक एक धार्मिक यात्रा भी निकाली जायेगी।
रजनीश
वार्ता