राज्यPosted at: Sep 6 2018 2:43PM रामलला का मंदिर मिलकर बनवायेंगे शंकराचार्य : स्वरूपानंद
मथुरा, 06 सितंबर (वार्ता) अयाेध्या में बाबरी मस्जिद ढांचे के अस्तित्व काे नकारते हुये द्वारका शारदा पीठाधीश्वर एवं ज्येतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती ने गुरूवार को कहा कि रामजन्मभूमि पर तो केवल रामलला का मंदिर ही बनेगा जिसे शंकराचार्य मिलकर बनवाएंगे।
शंकराचार्य ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बाबरी मस्जिद के पैरोकार की इस दलील में कोई दम नही है कि वहां पर बाबरी मस्जिद थी। हकीकत यह है कि बाबर कभी अयोध्या आया ही नही और ना ही कभी मीरबाकी आया। जब बाबर आया ही नही और न मीर बाकी ही आया तो बाबर के नाम की मस्जिद कहां से बन गई।
धर्मगुरू ने दावा किया कि उन्होंने अपनी आंखों से देखा है कि वहां जो मंदिर बना था उसमें 14 कसौटी के खंभे थे, मंगल कलश बना हुआ था, हनुमान जी का चित्र बना हुआ था। उस परिसर में वजू का कुआं नही था। अजान बोलने के लिए मीनार नही थी और जो गर्भगृह बना था उसकी परिक्रमा बनी हुई थी। यह साबित करता है कि वहां मस्जिद के चिन्ह न होकर प्राचीन मंदिर के अवशेष थे।
उन्होने कहा कि कुछ लोगों ने उसे मस्जिद कहकर तोड़ दिया तो दुनिया में यह बात फैल गई कि जरूर यहां मस्जिद रही होगी वरना ये मंदिर तो तोड़ते नही। उनका कहना था कि वहां खुदाई में मूर्तियां भी मिली है तो जब वहां पर मस्जिद का अस्तित्व था ही नही तो झगड़ा कहां का है।
सं प्रदीप
जारी वार्ता