लखनऊ 06 सितम्बर (वाार्त) भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईअाई) द्वारा सिंगापुर में आयोजित इंवेस्ट नार्थ इन सिंगापुर 2018 में उत्तर प्रदेश ने विदेशी निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है जिससे राज्य में अौर अधिक विदेशी निवेश की संभावनाओं को बल मिला है।
सिंगापुर से लौटे उद्योग मंत्री सतीश महाना ने गुरूवार को यूनीवार्ता को बताया “ तीन सितम्बर को सिंगापुर में शुरू हुये दो दिवसीय कान्क्लेव में हमने रियल इस्टेट, एयरोस्पेस,रक्षा, ऊर्जा, स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र में प्रदेश की क्षमताओं पर प्रकाश डाला। हमने बताया कि राज्य सरकार ने निवेशकों की सुविधा के लिये भरपूर बंदोबस्त किये हैं जिससे पिछले एक साल में देश के कई प्रमुख औद्योगिक घरानों का रूख इस राज्य में हुआ है आैर अब यह उद्योगपतियों का पंसदीदा प्रदेश बन चुका है। ”
श्री महाना ने निवेशकों से कहा कि राज्य सरकार औद्योगिक विकास के प्रति कटिबद्ध है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है कि पिछली जुलाई में लखनऊ में हुयी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरमनी में 60 हजार करोड रूपये की परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया।
उन्होने कहा कि राष्ट्रीय आैर अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों को निवेश का अनुकूल माहौल उपलब्ध कराने की कवायद के तहत सरकार भूमि की उपलब्धता, निर्बाध विद्युत आपूर्ति और सुरक्षा समेत तमाम सुविधायें मुहैया करा रही है। मंत्री ने कहा कि 2016 में भारत ने सिंगापुर को नौ हजार करोड रूपये के सामान का निर्यात किया जबकि उत्तर प्रदेश में निवेश के जरिये इस आंकडे में बढोत्तरी की जा सकती है।
श्री महाना ने कहा कि उद्योग के लिये जरूरी मूलभूत सुविधाओं की कडी में जेवर हवाईअड्डा मील का पत्थर साबित होगा जिसके जरिये प्रदेश देश और दुनिया से आसानी से संपर्क स्थापित कर सकेगा।
उन्होने कहा कि कान्क्लेव में भाग लेने गये जैक्सन समूह के अध्यक्ष समीर गुप्ता और लोहिया समूह के अध्यक्ष राज कुमार लोहिया ने निवेश के लिये उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों की जमकर सराहना की।
श्री महाना के साथ सिंगापुर दौरे पर गये राज्य के मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय ने दावा किया कि कान्क्लेव में उत्तर प्रदेश का प्रदर्शन लाजवाब रहा। उन्होने उम्मीद जतायी कि कान्क्लेव में भाग लेने वाले उद्यमी निकट भविष्य में प्रदेश सरकार से संपर्क साधेंगे और यहां उद्योग लगाने का प्रस्ताव देंगे।
प्रदीप
वार्ता