राज्यPosted at: Sep 6 2018 8:16PM भारत बंद का उत्तराखंड में मिला जुला असरदेहरादून 06 सितंबर (वार्ता) सवर्ण वर्ग के संगठनों की ओर से भारत बंद के आह्वान पर एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में उत्तराखंड के अधिकतर जिलों में सुबह से ही बाजार बंद रहे। जिससे दूध और दवा जैसी जरूरी सुविधाएं भी ठप रहीं। वहीं प्रदेश की राजधानी देहरादून में भारत बंद बेअसर रहा।प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के कर्णप्रयाग, नारायणबगड़, थराली और गैरसैंण में गुरुवार को बाजार बंद रहे। अखिल भारतीय समानता मंच के आह्वान पर यहां बाजार बंद रहा। इस बंद को व्यापार संघ सहित कई संगठनों का समर्थन है।रुद्रप्रयाग जिले में बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला। चमोली जिले के गौचर में संशोधन विधेयक के विरोध में भारत बंद का व्यापक असर रहा। सुबह से ही बाजार पूरी तरह से बंद रहे। जिससे दूध, दवा जैसी आवश्यक सेवाओं के प्रतिष्ठान भी ठप रहे।ग्रामीण क्षेत्रों से खरीदारी करने आए ग्रामीणों को बैरंग लौटना पड़ा। सभी मेडिकल स्टोर पूर्णतया बंद रहने से मरीजों के तीमारदार दवाओं के लिए इधर उधर भटकते दिखे। बाजार में जगह-जगह नुक्कड़ सभाओं में बैठे व्यापारी एससी एसटी एक्ट और आरक्षण के विरोध में चर्चा-परिचर्चा में मशगूल रहे। वहीं टिहरी के चमियाला में भी बाजार बंद कर तहसील में प्रदर्शन किया गया।यहां विरोध स्वरूप जुलूस भी निकाला गया। वहीं अल्मोड़ा के चौखुटिया और हल्द्वानी के चोरगलिया बाजार में भी बंद का असर देखने को मिला।सं. उप्रेतीवार्ता