चंडीगढ़,08 सितंबर (वार्ता) हरियाणा के कृषि, ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा है कि एशियाड व ओलंपिक खेलों के पदक विजेता खिलाडि़यों के गांवों को दीनबंधु छोटूराम ग्राम उदय योजना से जोड़ा जाएगा और पांच करोड़ रुपए तक की धनराशि से गांव का विकास होगा।
राज्य में खेल व खिलाडि़यों को प्रोत्साहन से जुड़ी यह महत्वपूर्ण घोषणा उन्होंने झज्जर में पत्रकारों से रूबरू होते हुए भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद धर्मबीर सिंह के पूर्ववर्ती सरकार की खेल नीति को लेकर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए की।
ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री ने कहा कि सांसद धर्मबीर सिंह को कई दलों में काम करने का तजुर्बा रहा है और यदि उनके मन में हरियाणा के विकास से जुड़ी किसी भी योजना या कार्यक्रम को लेकर विचार है तो वे उसकी जानकारी निसंकोच उनके साथ सांझा कर सकते हैं। पिछली सरकारों की तुलना में हर कार्य को बेहतर करना भाजपा सरकार का प्रमुख एजेंडा है। पदक विजेता खिलाडि़यों के गांव का विकास करने में केवल स्वर्ण पदक की बाध्यता नहीं है बल्कि स्वर्ण पदक लाने वाले खिलाडि़यों के साथ-साथ रजत व कांस्य पदक विजेताओं के गांव भी इस योजना में शामिल किए जाएंगे।
श्री धनखड़ ने कहा कि खेल व खिलाडि़यों को प्रोत्साहन के लिए हरियाणा सरकार की ओर से युवा, जूनियर व सब जूनियर खिलाडि़यों को भी प्रोत्साहन के लिए बड़े कदम उठाए गये है। उन्होंने हाल में लाडपुर गांव में जिला स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता के दौरान नवोदित खेल प्रतिभाओं की ओर से उनके समक्ष रखी गई मांग को मजबूती के साथ सरकार में पैरवी करते हुए मंजूर कराया। अब युवा, जूनियर, सब जूनियर प्रतियोगिता के खिलाड़ियों के लिए भी नकद पुरस्कार राशि आरंभ की गई है तथा मुख्य खेलों के ईनामों का एक तिहाई जूनियर व सब जूनियर खिलाडि़यों को भी मिलेगा।