राज्यPosted at: Sep 9 2018 7:13PM संघाई हिरण के सरंक्षण के लिए उठाएंगे प्रभावी कदम :चौहान
लखनऊ, 09 सितम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के जंतु उद्यान मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि देश में लुप्तप्राय संघाई हिरण प्रजाति के प्रजनन एवं संरक्षण के लिए राज्य सरकार शीघ्र ही प्रभावी कदम उठायेगी।
लुप्त प्राय संघाई हिरण पर शोध करने वाले जंतु विज्ञानी डॉ. जितेंद्र कुमार शुक्ला एवं प्रोफेसर वी.पी. सिंह ने उत्तर प्रदेश में हिरण की दुर्लभ प्रजाति के प्रजनन और सरंक्षण की आवश्यकता जताई है। इस सम्बन्ध में उन्होंने प्रदेश के जंतु उद्यान मंत्री को रविवार को यहां अपने शोध का ब्यौरा देकर उन्हें संदर्भित शोध की प्रति भेंट की।
श्री चौहान ने डॉ. शुक्ला के शोध की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश में संघाई हिरणों के प्रजनन और सरंक्षण के लिए सरकार शीघ्र ही प्रभावी कदम उठाएगी।
इस अवसर पर डॉ. शुक्ला ने बताया कि वर्ष 1951 में संघाई हिरण को विलुप्त प्राय: घोषित किया गया था। उन्होंने बताया कि संघाई हिरण को थामिन डियर के नाम से भी जाना जाता है। इसके सींगों की विशेष बनावट होती है। इस कारण इसे ब्रोइंटेलर डियर के नाम से भी पुकारा जाता है। यह हिरण अनेक अवसरों पर अपने आगे के दोनों पैरों को हवा में उठा लेता है। ऐसा लगता है कि मानों यह नाच रहा हो। इस वजह से इसे डांसिंग डियर या नाचता हुआ हिरण भी कहते है।