राज्यPosted at: Sep 9 2018 9:27PM प्रदेश में शीघ्र होने लगेंगी कृत्रिम बरसात:सिंह
बुलन्दशहर,09 सितम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि कानपुर के आईआईटी के वैज्ञानिकों ने कृत्रिम बरसात की तकनीक खोज निकाली है जो चीन के मुकबले सुगम एवं सस्ती होगी और इसे स्वीकृति के लिए शीघ्र ही केबिनेट की बैठक में रखा जाएगा।
सिंचाई विभाग के क्रिया कलापों की समीक्षा एवं भाजपा के अति पिछड़े कार्यकर्ताओं को संबोधित करने रविवार को यहा आये श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश के बुन्देलखण्ड में पानी की बेहद कमी है पानी की कमी दूर करने व फसलों की सिंचाई के लिए चीन से तकनीकी मदद लेने की बात तय हुई थी। इसके तहत एक हजार किमी के क्षेत्र में 5 मिनट की कृत्रिम वर्षा के लिए साढ़े दस करोड़ रूपये अदा करने की बात तय हुई थी, लेकिन चीन वायदे से मुकर गया।
उन्होंने बताया कि अब कानपुर के आईआईटी वैज्ञानिकों ने कृत्रिम वर्षा की तकनीक खोज निकाली है जिस पर चीन के मुकाबले 5 करोड़ रूपया प्रति पांच मिनट कम खर्च आयेगा। इस प्रस्ताव पर शीघ्र ही मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ से बातचीत कर उनकी सहमति मिलने पर प्रस्ताव को केबिनेट में मंजूरी वास्ते रखा जायेगा।
श्री सिंह ने बताया कि प्रदेश में इजराल की तर्ज पर ड्रिप-स्प्रिंकलर योजना लागू की जा रही है जिससे 50 लाख किसान लाभांवित होंगे। उन्होंने बताया कि ड्रिप-स्प्रिंकलर पद्धति से फसल की सिंचाई पूरे विश्व में सिर्फ इजराइल में होती है। यह पद्धति उत्तर प्रदेश में भी लागू की जायेगा। इसके लिए किसानों को सरकार अनुदान देगी। लघु सिमांत किसानों को लागत का 90 प्रतिशत व बाकी को 80 प्रतिशत तक अनुदान मिलेगा।