कानपुर,10 सितम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के कानपुर में भारत बंद के दौरान सोमवार को कल्याणपुर रेलवे स्टेशन पर कानपुर-फर्रूखाबाद रेलवे रूट पर पूर्व सांसद राजाराम पाल के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसी पदाधिकारी व कार्यकर्ता जाने लगे तो पुलिस ने उनको रोक लिया और करीब 70 कार्यकर्ताआअें को हिरासत में ले लिया।
इस दौरान पुलिस बल से कांग्रेसियों की धक्का-मुक्की के साथ तीखी नोकझोक हुई, लेकिन पुलिस ने उनके मंसूबों पर पानी फेरते हुए बसों में जबरन भरकर पुलिस लाइन भेज दिया। यहां से हिरासत में लिये गये कांग्रेसियों में वरिष्ठ नेता नरेश चन्द्र त्रिपाठी, रण विजय सिंह, सुरजीत यादव, ऊषा रानी, सियाराम पाल, मदन गोपाल लाखा समेत 70 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया। हिरासत में लिये गये कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा केन्द्र की मौजूदा सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की जाती रहीं।
भारत बंद को लेकर सुबह से सड़कों पर कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता जमा होने लगे थे। ऐसे में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस एवं जिला प्रशासन द्वारा पहले ही कमर कस ली गई थी। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के इकठ्ठा होने वाले संभावित जगहों पर जिला व पुलिस प्रशासन ने चौकसी बढ़ा दी थी। बंद के दौरान विरोध करने वाले स्थानीय नेताओं के जरिये उपद्रव की आशंका को देखते हुए पुलिस ने कई कांग्रेसी नेताओं को नजर बंद कर लिया। पेट्रोल-डीजल मूल्यवृद्धि व महंगाई को लेकर विरोध को देखते हुए पुलिस ने वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पवन गुप्ता को उनके सर्किट हाउस स्थित आवास पर नजर बंद कर दिया। जब उन्होंने घर से बाहर जाने की बात कही तो पुलिस कर्मियों से थोड़ी बहुत नोकझोक हुई।हालांकि पुलिस बल ने उन्हें घर से निकलने नहीं दिया।