राज्यPosted at: Sep 10 2018 5:47PM पुणे के पुलिस आयुक्त डॉ वेंकटेशम ने बताया कि शहर में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए एसपीआरएफ की एक कंपनी और 600 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है। अगर कोई भी व्यक्ति जबरदस्ती दुकान या बाजार बंद कराने की कोशिश करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मराठवाड़ा क्षेत्र के आठ जिलों में भी बंद का मिलाजुला असर रहा। कोल्हापुर के मुख्य मार्ग पर होटल, रेस्तरां, सब्जी बाजार आदि सुबह से बंद रहें। शैक्षणिक संस्थानों में भी एक दिन का अवकाश रहा और कुछ पेट्रोल पंपों को भी बंद रखा गया हालांकि निजी एवं सरकारी वाहन सड़कों पर आम दिन की तरह नजर आये। शिवसेना ने इस राष्ट्रव्यापी बंद की आलोचना करते हुए कहा कि यह काफी देर से उठाया गया कदम है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं लगना चाहिए कि एक लंबी नींद से उठकर अचानक बंद का आह्वान कर दिया गया है। शिवसेना के मुखपत्र सामना के मुताबिक पार्टी ने लंबे समय तक विपक्षी दलों का बोझ अपने कंधे पर रखा और अब वह देखना चाहती है कि ये दल जनहित के मुद्दों पर क्या रुख अपनाते हैं।यामिनी.श्रवण वार्ता