लखनऊ,12सितम्बर(वार्ता)। समाजवादी पार्टी(सपा)अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार नौजवानों की जिंदगी से खेल रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय पर बीटीसी प्रशिक्षुओं के एक प्रतिनिधिमण्ड़ल से भेंट के दौरान कहा कि नौकरियों का विज्ञापन देकर उनकी भर्ती किसी न किसी बहाने से रोक दी जाती है। नौकरियों की तादाद के बारे में भी भ्रामक और विरोधाभासी सूचनाएं दी जाती हैं। मुख्यमंत्री योगी प्रदेश के नौजवानों के अयोग्य होने की बात करते हैं जबकि छोटी-मोटी नौकरियों के लिए भी पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी हजारों की संख्या में आवेदन कर रहे है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी द्वारा नौकरी में आने वाले युवाओं को अयोग्य ठहराने का बयान पूर्णतया असत्य और मुद्दों से भटकाने वाला है। उन्होने कहा कि यूपी पीसीएल में 2849 नौकरियां निकलीं और पेपरलीक के बहाने रद्द हो गईं। उसके बाद 3210 टयूबवेल आपरेटरों की भर्ती में 250000 आवेदन आए, उप्र पुलिस में 2,709 सब इंस्पेक्टर के पदों की भर्ती के लिए 1.20 लाख आवेदन आए थे ये भर्तियां पेपरलीक के बहाने रोक दी गईं। पुलिस में 62 चपरासियों के पदों के लिए 93000 आवेदन आए जिसमें 3700 पीएचडी थे ये भर्ती भी अचानक रद्द हो गई। यूपी पुलिस में 41,520 कांस्टेबिल के पदों के लिए 10 लाख अभ्यर्थी आए। उन्होने कहा ऐसे में युवाओं की अयोग्यता की बात करने बेबुनियाद है।
उन्होने कहा मुख्यमंत्री ने जितनी घोषणाएं की हैं, उनकी विश्वसनीयता ही संदिग्ध है। कोई एक बात हो तो उसे माना भी जाए पर यहां तो हर दिन एक नया वादा-नया पैतरा और नया आंकड़ा सामने आता है। इससे सरकार की साख को ही बट्टा लगता है। किसी भी सरकार ने नौजवानों की इतनी उपेक्षा नहीं की है और नहीं किसी सरकार ने ऐसे अनर्गल और भटकाने वाले बयान दिए हैं।
मुसन्ना सोनिया
वार्ता