श्री वेदेरे नेे बताया कि योजना के तहत जन भागीदारी को जोड़ने के लिये अनेक कदम उठाये गये जिसके तहत स्थानीय नागरिकों को विश्वास में लेने के साथ ही धार्मिक संस्थाओं , धर्म गुरूओं को भी जोडा गया है । उन्होंने बताया कि इस योजना को सफल बनाने के लिये जल से संबंधित नौ विभागों , जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग , कृषि विभाग , वन विभाग और बागवानी विभाग सहित कई विभागों मेें सामंजस्य स्थापित किया गया और इन विभागों के सम्मिलित प्रयासों के कारण लाखों हैक्टेयर जमीन में पानी का संचय होने से न केवल मवेशियों बल्कि इंसानों को भी पानी मिला है और सिंचायी के लिये पर्याप्त पानी मिलने से रबी तथा खरीफ की फसलों के लिये पर्याप्त पानी उपलब्ध हो पा रहा है । इस योजना को क्रियांन्वित करने के लिये और जन भागीदारी के तहत ग्रामीण स्वयं आगे बढ कर श्रमदान कर रहे है।
उदयपुर जिले के झल्लारा पंचायत समिति के भबराना में योजना के तहत क्षेत्र की पांच हजार हैक्टेयर क्षेत्र में ड्रोन और उपग्रह से सर्वे कराने के बाद पहाडी क्षेत्र में 60 किलोमीटर क्षेत्र में नाली और तालाब बनाये गये जिनमें पानी की अभी भी बहुतायत है । ग्रामीणों के अनुसार इस पानी के संग्रहण से पानी मिलने से सोयाबीन , उड़द और चना आदि की फसले अच्छी होने की संभावना है।
अजय सत्या सैनी
वार्ता