झांसी 16 सितम्बर (वार्ता)। पूर्व प्रधानमंत्री, राजनीति के पुरोधा और जाने माने कवि स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी की प्रथम मासिक पुण्यतिथि पर प्रख्यात कवियों और राजनीतिक शख्सियतों ने श्रद्धांजलि दी।
भारत रत्न श्री बाजपेयी की प्रथम मासिक पुण्यतिथि पर यहां पुष्प वाटिका में “ काव्यांजिल ” कार्यक्रम का आयोेजन किया गया , जिसमें अपनी कविता के पैनी धार से राजनीति के क्षेत्र में विपक्षियों को भी मौन कर देने वाले प्रख्यात कवि को कविताओं के ही माध्यम से याद किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष प्रदीप सरावगी ने कहा “ अटल जी संगठनकर्ता, राजनेता होने के साथ साथ एक कुशल कवि और रचनाकार भी थे। उनकी रचनाएं हमें प्रेरणा देती हैं ,यह आयोजन उनको श्रद्धांजलि है।”
कार्यक्रम में विख्यात कवि, फिरोजाबाद से पूर्व सांसद प्रो़ ओमपाल सिंह निडर ने स्वर्गीय बाजपेयी को “ श्रद्धेय गुरूदेव” और सफेद कपड़ों का संत बताते हुए कहा “ हिंदुओं का स्वाभिमान अटल बिहारी, मेरा पूरा हिंदुस्तान अटल बिहारी,नेताओं में महान अटल बिहारी और श्रेष्ठतम इंसान अटल बिहारी”। इसीलिए इस महान व्यक्तित्व के जाने पर पूरा देश रोया था।”
जाने माने कवि रामबाबू शिकरवार ने कविता के सागर के मोती श्री बाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा “ अटल बिहारी सदा रहते थे अटल, अंगद सा पांव जमा देते थे अचल, धीरज के साक्षात मूर्त रूप थे,किसी व्यवधान से न होते थे विकल, राष्ट्र के पुजारी देश के थे लाडले ,हर काम करके दिखाते थे सफल। दुनिया में करके गये अमर नाम, आओ हम अटल जी को कर लें प्रणाम ,आओ हम अटल जी को कर लें प्रणाम ।”
इनके अलावा वीर और श्रंगार रस के अन्य कवियों, प्रमोद भारती, अर्जुन सिंह चांद, रवींद्र शुक्ला, संजीव दुबे और धन्नू लाल गौतम ने भी कविताओं के माध्यम से श्री बाजपेयी को याद किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक सदर रवि शर्मा ने कहा ‘‘ अटल जी जैसे महान नेता के लिए कार्यकर्ताओं द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन यह बताता है कि वह कार्यकर्ताओं के बीच कितना लोकप्रिय थे। उनके जैसा पितातुल्य नेता आज हमारे बीच नहीं है लेकिन उनकी स्मृतियां शेष हैं जो हमें सदा उनकी याद दिलाती रहेंगी।”
सोनिया
वार्ता