राज्यPosted at: Sep 18 2018 7:21PM श्री कुमार ने बताया कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) योजना में जिले का प्रदर्शन औसत है। यहां लक्ष्य के विरुद्ध 58.75 प्रतिशत मानव दिवस सृजित हुए हैं जिसमें पटना सदर, मसौढ़ी एवं दानापुर में शत्-प्रतिशत लेकिन नौबतपुर, विक्रम, सम्पतचक, अथमलगोला एवं खुसरूपुर में लगभग 30 प्रतिशत तक हीं उपलब्धि प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि जिले में 92.77 प्रतिशत भुगतान समय पर किये गये हैं। आधार सीडीग 88.64 प्रतिशत है । जिले में 100 दिन का रोजगार प्राप्त करने वाले परिवारों की संख्या मात्र 68 है । मंत्री ने बताया कि जिले में जीविका के तहत 29536 स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) का गठन किया गया है, जिससे तीन लाख 59 हजार 486 परिवार आच्छादित है। इन समूहों में से 24621 का बैंक में खाता खुलवाकर 20478 समूहों को वित्त पोषण के रूप में प्रथम किस्त एवं 8921 समूहों को द्वितीय किस्त की राशि प्रदान की गई है । उन्होनंे कहा कि जिले में ताड़ी, दारू बेचकर गुजर-बसर करने वाले 954 परिवारों को चिन्हित किया गया है जिसके लिए सतत् जीविका के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा । श्री कुमार ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सांसद आर्दश ग्राम के तहत चयनित सभी गांवों में राज्य में संचालित होने वाली सभी योजनाएं कार्यान्वित कराकर उसका समेकित समावेशी विकास करायें। उन्होंने कहा कि जिले में श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन योजना के तहत सम्पतचक के बैरिया एवं बेलछी के सकसोहरा का चयन किया गया है। उन्होंने इसके विकास के लिए पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये हैं। मंत्री ने बताया कि पटना जिले में शौचालय सहित परिवारों की संख्या तीन लाख 93 हजार 599 है जबकि शौचालय विहीन परिवारों की सख्या दो लाख 53 हजार 416 है। उन्होंने लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत ओडीएफ की दिशा में की जा रही कार्रवाई की प्रगति पर खेद व्यक्त किया और इसमें तेजी लाने के निर्देश दिये । उन्होनें बताया कि जिले के 12119 गांव में 142 गांव सहित 322 पंचायतों में से 46 पंचायत खुले में शौच से मुक्त घोषित हैं। उन्होंने इस दिशा में अधिक मेहनत एवं व्यवहार परिवर्तन की आवश्यकता को अंकित करते हुए शीघ्र ही सभी परिवारों के लिए शौचालय निर्माण कराने के निर्देश दिये।सूरज सतीशवार्ता